सहरसा/सुपौल से बड़ी खबर:
बिहार के सुपौल जिले में रविवार को एक बड़ा सड़क हादसा हो गया। त्रिवेणीगंज-पिपरा मुख्यमार्ग (एनएच 327ई) पर यात्रियों से भरी एक बस अनियंत्रित होकर खेत में पलट गई, जिससे एक व्यक्ति की मौके पर मौत हो गई, जबकि करीब दर्जनभर यात्री घायल हो गए। मृतक की पहचान संतोष राम (उम्र 38 वर्ष), वार्ड संख्या 11, महेशुआ पंचायत निवासी के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार, संतोष राम अपनी पत्नी मंजू देवी के साथ चिकित्सक के पास इलाज कराने जा रहे थे। हादसा उस समय हुआ जब त्रिवेणीगंज से सुपौल जा रही बस बघला गांव के पास तेज रफ्तार में अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पानी भरे खेत में पलट गई। पलटते ही यात्रियों में चीख-पुकार मच गई और आसपास के लोग मौके पर दौड़ पड़े।
ग्रामीणों ने की बचाव की कोशिशें:
स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए पानी में उतरकर बस को सीधा किया और दबे यात्रियों को बाहर निकाला। कुछ ही देर बाद क्रेन और जेसीबी की मदद से बस को बाहर निकाला गया। घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ विभाष कुमार और थानाध्यक्ष राकेश कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और घायलों को अनुमंडलीय अस्पताल, त्रिवेणीगंज भेजा गया, जहां उनका इलाज जारी है।
मृतक परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़:
मृतक संतोष राम के घर में कोहराम मचा हुआ है। उनके पड़ोसी के अनुसार, “संतोष मेहनत-मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते थे। उनके दो बेटे—अभिमन्यु (14 वर्ष), नवीन (12 वर्ष) और एक बेटी रानी कुमारी (13 वर्ष) हैं। हादसे के बाद पत्नी मंजू देवी बार-बार बेहोश हो रही हैं।”
घायलों की सूची:
घायलों में शामिल हैं —
सरस्वती कुमारी (16), कृष्ण कुमार ठाकुर (22) — दीनापट्टी, पिपरा
रबीना खातून (30), मो. अरशद (7) — सिमराही धर्मपट्टी
आशु खातून (6), ईद मोहम्मद (45), सहनिया खातून (40) — जगतपुर
मंजू देवी — महेशुआ, त्रिवेणीगंज
लक्ष्मण मेहता (60) — मोहर्रमपुर, जदिया
अजय कुमार (21) — हटबरिया, पिपरा
राजा कुमार (30) — बघेली, जदिया
सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें कुछ की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस कार्रवाई और लोगों का आक्रोश:
हादसे के बाद लोगों ने अनुमंडलीय अस्पताल के सामने एनएच 327ई को जाम कर दिया और मृतक के परिजनों को मुआवजा देने एवं बस चालक व मालिक पर सख्त कार्रवाई की मांग करने लगे। मौके पर पहुंची पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने समझाने-बुझाने और कार्रवाई का भरोसा दिलाने के बाद जाम समाप्त कराया।
थानाध्यक्ष राकेश कुमार ने बताया,
> “शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सुपौल भेज दिया गया है। बस को जब्त कर लिया गया है। चालक फरार है, उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।”
निष्कर्ष:
त्रिवेणीगंज का यह हादसा एक बार फिर बिहार की सड़कों पर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। तेज रफ्तार, वाहन जांच में लापरवाही और चालकों की मनमानी ने एक परिवार की खुशियां छीन लीं। प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं और घायल यात्रियों के इलाज की पूरी व्यवस्था की जा रही है।
