भागलपुर, बिहार – भीषण गर्मी और उमस से जूझ रहे भागलपुर वासियों के लिए शुक्रवार की दोपहर राहत भरी खबर लेकर आई। पूरे दिन आसमान से आग बरस रही थी और पारा 37 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया था। लोग चिलचिलाती धूप और उमस भरी हवाओं से बेहाल थे। सड़कों पर निकलना मुश्किल हो गया था और आम जनजीवन प्रभावित हो गया था।
लेकिन दोपहर बाद मौसम ने अचानक करवट ली। पश्चिम दिशा से तेज़ हवाएं चलने लगीं और देखते ही देखते आसमान में काले घने बादल छा गए। लोगों को पहले तो तेज हवा और धूलभरी आंधी से परेशानी हुई, लेकिन कुछ ही देर बाद झमाझम बारिश शुरू हो गई। यह बारिश भागलपुर शहर और आसपास के ग्रामीण इलाकों में लगभग एक घंटे तक जारी रही।

बारिश होते ही तपती सड़कों पर ठंडक छा गई। धूल भरी हवाओं के बाद जब पानी की बूंदें गिरने लगीं, तो लोगों के चेहरे खिल उठे। बाजारों में जो लोग तेज धूप से बचने के लिए छाते लेकर निकले थे, वही छाते अब उन्हें बारिश से बचाते नजर आए। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, हर किसी ने इस मौसम परिवर्तन का स्वागत किया।
बारिश के कारण तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई। शाम तक तापमान लगभग 6 से 8 डिग्री तक गिर चुका था, जिससे मौसम सुहावना हो गया। गर्मी से राहत पाने के लिए लोग घरों की छतों पर, बालकनियों में और गलियों में बारिश का आनंद लेने निकल पड़े। सोशल मीडिया पर भी बारिश की तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल होने लगे।
**मौसम विभाग की भविष्यवाणी भी सटीक रही।** विभाग ने पहले ही अगले 24 से 48 घंटे के अंदर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई थी। विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी भरी हवाओं और स्थानीय गरमी के कारण यह बारिश हुई है। आने वाले दिनों में भी मौसम में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह मानसून पूर्व की बारिश है और जल्द ही मानसून भी पूरे पूर्वी बिहार में दस्तक दे सकता है।
**किसानों के लिए वरदान साबित हुई यह बारिश**
इस बारिश से केवल आम लोगों को ही राहत नहीं मिली, बल्कि यह किसानों के लिए भी किसी संजीवनी से कम नहीं रही। गर्मी के कारण खेत सूख चुके थे और खरीफ की बुआई की तैयारियों पर असर पड़ रहा था। लेकिन इस बारिश ने खेतों में नमी ला दी है, जिससे अब बुआई के लिए अनुकूल माहौल बन गया है।
भागलपुर जिले के कई गांवों में किसानों ने बारिश के बाद अपने खेतों की ओर रुख किया और खेती की तैयारियों में जुट गए। कई किसानों ने बताया कि अगर इसी तरह बारिश होती रही तो धान, मक्का और अन्य खरीफ फसलों की बुआई समय पर हो सकेगी, जिससे उन्हें अच्छे उत्पादन की उम्मीद है।
**स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया**
बारिश के बाद शहरवासियों में काफी उत्साह देखा गया। एक स्थानीय निवासी रीता देवी ने कहा, “हम सब गर्मी से बहुत परेशान थे, लेकिन इस बारिश ने जैसे जान फूंकी दी हो। अब थोड़ी राहत महसूस हो रही है।” वहीं एक अन्य नागरिक राकेश कुमार ने बताया, “इस तरह की बारिश अगर लगातार होती रही, तो गर्मी से पूरी तरह निजात मिल जाएगी और फसलें भी अच्छी होंगी।”
**सरकारी तैयारी पर सवाल**
हालांकि, बारिश के कारण कुछ इलाकों में जलजमाव की समस्या भी देखने को मिली। भागलपुर शहर के नाथनगर, तिलकामांझी और बरारी इलाके में नालियों का पानी सड़कों पर आ गया, जिससे ट्रैफिक बाधित हुआ और लोगों को परेशानी हुई। नगर निगम की तैयारियों पर सवाल उठने लगे हैं कि पहली ही बारिश में शहर की यह हालत क्यों हो गई। लोगों ने मांग की है कि मानसून से पहले नालियों की सफाई और जल निकासी की उचित व्यवस्था की जाए।
**निष्कर्ष**
भागलपुर में अचानक हुई इस बारिश ने लोगों को भीषण गर्मी से राहत दिलाई है और आने वाले मानसून की झलक भी दिखा दी है। जहां एक ओर आम जनता ने इस मौसम बदलाव का स्वागत किया है, वहीं किसानों में भी नई उम्मीद जगी है। अब सबकी निगाहें मौसम विभाग की भविष्यवाणियों पर टिकी हैं और लोग दुआ कर रहे हैं कि यह राहत केवल कुछ घंटों की न रह जाए, बल्कि आगे भी ऐसे ही बारिश होती रहे।
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