बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की प्रक्रिया अब आधिकारिक रूप से शुरू हो गई है। पहले चरण का नोटिफिकेशन 10 अक्टूबर को जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
हालांकि, एनडीए और महागठबंधन (इंडिया ब्लॉक) — दोनों ही प्रमुख गठबंधन अभी तक सीट शेयरिंग की घोषणा नहीं कर पाए हैं। दोनों खेमों में लगातार बैठकों और रणनीतिक मंथन का दौर जारी है।

🔹 महागठबंधन में सीट बंटवारे पर चर्चा तेज

इस बीच, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) [CPI(M)] के सूत्रों ने शुक्रवार को जानकारी दी कि महागठबंधन (इंडिया ब्लॉक) में सीट बंटवारे का फॉर्मूला लगभग तय हो चुका है।
सीपीआई(एम) नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को राजद नेता तेजस्वी यादव से मिला, जिसमें पार्टी महासचिव, दो पोलित ब्यूरो सदस्य, राज्य सचिव और केंद्रीय समिति के सदस्य (सीसीएम) ललन चौधरी, अवधेश कुमार और विधायक दल के नेता अजय कुमार शामिल थे।

इस बैठक में सीट बंटवारे को लेकर विस्तृत चर्चा हुई और जल्द ही इस पर अंतिम मुहर लगने की उम्मीद जताई गई है।
सीपीआई(एम) के सूत्रों ने बताया कि पार्टी, भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को हराने और अपनी राजनीतिक ताकत को मजबूत करने के उद्देश्य से, महागठबंधन का हिस्सा बनकर चुनाव लड़ने जा रही है।

बैठक से पहले, माकपा की राज्य सचिवालय और राज्य समिति की पटना में विस्तृत बैठक हुई, जिसमें चुनावी रणनीति और अभियान की योजना पर चर्चा की गई।
इन बैठकों में पार्टी महासचिव एम.ए. बेबी, पोलित ब्यूरो सदस्य ए. विजयराघवन और डॉ. अशोक धावले भी शामिल हुए।

🔹 डी. राजा ने दिया बड़ा बयान

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के महासचिव डी. राजा ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि वामपंथी दलों को उम्मीद है कि महागठबंधन में उन्हें सम्मानजनक सीट बंटवारा मिलेगा।
उन्होंने कहा —

> “कांग्रेस सहित पूरा विपक्ष यदि लोकतांत्रिक, सम्मानजनक और जमीनी नेतृत्व दृष्टिकोण अपनाए, तो भाजपा के खिलाफ एक मजबूत और टिकाऊ वैकल्पिक राजनीतिक मोर्चा तैयार किया जा सकता है।”

डी. राजा ने स्पष्ट किया कि वामपंथी दल बिहार चुनाव में न सिर्फ सीटों की संख्या बढ़ाना चाहते हैं, बल्कि जनता के मुद्दों पर आधारित ठोस राजनीतिक विकल्प भी पेश करना चाहते हैं।

🔹 वामदलों ने रखी 75 सीटों की मांग

वामदलों के बीच आपसी समन्वय भी जारी है। सीपीआई(एमएल) लिबरेशन, सीपीआई और सीपीआई(एम) — इन तीनों वामदलों ने मिलकर महागठबंधन के प्रमुख घटक दल आरजेडी और कांग्रेस  के समक्ष कम से कम 75 विधानसभा सीटों की मांग रखी है।
सूत्रों का कहना है कि यदि वामदलों की मांगें पूरी नहीं होतीं, तो कुछ सीटों पर वे स्वतंत्र रूप से भी मैदान में उतर सकते हैं।

पिछले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन — जिसमें राजद, कांग्रेस और वामपंथी दल शामिल थे — ने 243 में से 110 सीटें जीतकर बहुमत के करीब पहुंचा था। इस बार वामपंथी दल अपनी उपस्थिति को और मजबूत करना चाहते हैं।

🔹 एनडीए में भी सीट शेयरिंग पर पेच

दूसरी ओर, एनडीए (भाजपा-जदयू-लोजपा रामविलास गठबंधन) में भी सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बन पाई है।
सूत्रों के अनुसार, चिराग पासवान कुछ अतिरिक्त सीटों की मांग पर अड़े हुए हैं, जिसके कारण एनडीए के भीतर बातचीत लंबी खिंच रही है।
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की लगातार बैठकों के बावजूद अभी तक सीटों का अंतिम फार्मूला तय नहीं हो सका है।

🔹 बिहार चुनाव की तारीखें

बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए चुनाव दो चरणों में होंगे।
पहले चरण में 121 सीटों पर मतदान 6 नवंबर को होगा, जबकि दूसरे चरण में 122 सीटों पर मतदान 11 नवंबर को कराया जाएगा।
मतगणना 14 नवंबर 2025 को की जाएगी।

राज्य में कुल 7.42 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। चुनाव आयोग ने सभी जिलों में तैयारियां शुरू कर दी हैं और नामांकन की प्रक्रिया 10 अक्टूबर से प्रारंभ हो गई है।

🔹 निष्कर्ष

बिहार चुनाव 2025 में सीट बंटवारे का समीकरण और गठबंधन की रणनीति ही आगे की सियासी तस्वीर तय करेगी।
महागठबंधन में वामदलों की भूमिका और एनडीए में लोजपा की नाराज़गी, दोनों ही समीकरण राज्य की राजनीति पर गहरा असर डाल सकते हैं।

 

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