सहरसा जिले के सौरबाजार नगर पंचायत अंतर्गत सिलेट वार्ड संख्या 08 स्थित एक शिव मंदिर में अज्ञात असामाजिक तत्वों द्वारा भगवान की मूर्तियों को क्षतिग्रस्त करने की शर्मनाक घटना से पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया है। यह घटना सोमवार सुबह उस समय सामने आई जब स्थानीय श्रद्धालु पूजा-पाठ के लिए मंदिर पहुंचे। मंदिर परिसर की कई मूर्तियाँ टूटी हुई मिलीं, जिसे देखकर लोगों में रोष व्याप्त हो गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि मंदिर में स्थापित लगभग सभी छोटी-बड़ी मूर्तियाँ तोड़ दी गई हैं। विशेष रूप से शिवलिंग, नंदी और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियाँ क्षतिग्रस्त पाई गईं। घटना के बाद मंदिर परिसर में भारी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।

घटना की सूचना मिलते ही सौरबाजार थाना अध्यक्ष अजय कुमार पासवान मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह जानकारी सामने आई है कि मंदिर के ठीक बगल में स्थित मध्य विद्यालय परिसर में रविवार रात एक बारात रुकी हुई थी। रात करीब साढ़े तीन बजे बारात लौट गई। आशंका है कि उसी समय कोई नशे में धुत व्यक्ति इस घटना को अंजाम देकर फरार हो गया।
थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चाधिकारियों को भी सूचित कर दिया गया है। सहरसा सदर एसडीपीओ आलोक कुमार खुद घटनास्थल पर पहुंचे और मंदिर परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दोषियों की पहचान के लिए फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) की टीम को भी मौके पर बुलाया गया है, ताकि वैज्ञानिक तरीके से जांच की जा सके।
इस घटना पर नगर उपाध्यक्ष दुर्गाकांत झा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे समाज के धार्मिक सौहार्द के खिलाफ साजिश करार दिया। उन्होंने जिला प्रशासन से दोषियों की जल्द गिरफ्तारी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं न केवल धार्मिक भावनाओं को आहत करती हैं, बल्कि समाज में तनाव भी उत्पन्न करती हैं।
स्थानीय निवासी दिव्यांशु सिंह, त्रिभुवन सिंह, अशोक यादव और संजय मंडल समेत अन्य लोगों ने भी इस कृत्य की कड़ी निंदा की है। लोगों का कहना है कि मंदिर वर्षों पुराना है और स्थानीय जनमानस की आस्था का केंद्र है। इस तरह की घटनाएं समाज को बांटने का काम करती हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मौके पर पहुंची पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर जांच शुरू कर दी है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और स्कूल परिसर में ठहरी बारात के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और भरोसा दिलाया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, लेकिन पुलिस और प्रशासन मुस्तैदी से हालात पर नजर बनाए हुए है। पूजा-पाठ रोक दिया गया है और मंदिर परिसर को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है, जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती।
सौरबाजार में हुई इस घटना ने एक बार फिर धार्मिक स्थलों की सुरक्षा और संवेदनशीलता को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि प्रशासन जल्द ही सच्चाई सामने लाएगा और दोषियों को उनके अंजाम तक पहुंचाएगा।
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