भागलपुर नगर निगम क्षेत्र के लगभग सभी रैन बसेरों में जनसुविधा बेहाल है। यहाँ निःसहाय लोग किसी तरह अपना जीवन बसर करने को विवश है। रात को हमारे संवाददाता ने रैन बसेरा की स्थिति का जायजा लिया तो देखा कि ततारपुर नगर निगम के गोदाम स्थित 48 लाख से बने रैन बसेरा में बिजली थी ही नहीं। एलसीडी तो थे लेकिन उसका कनेक्शन ही नहीं। रैन बसेरा के नीचे नगर निगम का ब्लीचिंग पाउडर रखा हुआ था।
घंटाघर के राधा रानी रोड स्थित रैन बसेरा का छत जर्जर था। जर्जर छत बड़ी दुर्घटना को निमंत्रण दे रहा है। वहां रह रहे लोगों ने कहा कि छत जर्जर है डर लग रहा है और यहां बस पीने के पानी का व्यवस्था है और शौचालय भी नहीं है।
कोतवाली स्थित रैन बसेरा में पुराने तोसक तो दिखे लेकिन यहां अन्य सुविधाएं नहीं रहने के कारण लोग नहीं दिखे। मायागंज अस्पताल के समीप कृत्रिम रैन बसेरा बनाया गया था वहां बेडशीट और कंबल की सुविधा तो थी लेकिन मच्छरदानी नहीं था। लेकिन सभी रैन बसेरों में सीसीटीवी कैमरा लगे थे। मतलब पानी ,शौचालय की व्यवस्था नहीं, छत जर्जर है लेकिन नगर निगम के महान अधिकारियों ने सीसीटीवी लगवाना अतिआवश्यक समझा।
जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने इस मामले में कहा कि एसडीओ साहब ने पांच जगह निरीक्षण किया है। नगर आयुक्त से बात कर उसे ठीक करवाया जाएगा। जर्जर छत वाला रैन बसेरा अगर रिपेयरिंग से ठीक होता है तो उसे ठीक करवाएंगे या उसे शिफ्ट किया जाएगा