बिहार के गया जिले के अंतरराष्ट्रीय तीर्थस्थल *बोधगया* में उस समय सनसनी फैल गई जब वियतनाम से आए यूट्यूबरों के दो गुटों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि मामला जानलेवा हमले तक पहुंच गया। इस घटना के बाद पुलिस ने चार वियतनामी यूट्यूबरों को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार, वियतनाम के रहने वाले ले अन्ह तुआन, पे. ले जुआन तूओंग, और सा. क्वांग चि ने बोधगया थाने में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। अपने आवेदन में उन्होंने बताया कि वे अपने मित्र के साथ बोधगया घूमने आए थे। तभी वियतनाम का ही एक अन्य यूट्यूबर *बुई वान सांग* अपने अन्य तीन साथियों के साथ वहां पहुंचा और गाली-गलौज करने लगा। जब इन यूट्यूबरों ने इसका विरोध किया तो उन पर जान से मारने की नीयत से हमला कर दिया गया। इस हमले में पीड़ित यूट्यूबर गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना की गंभीरता को देखते हुए बोधगया थाने में 16 जुलाई 2025 को कांड संख्या 515/25 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। इसके बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए चारों आरोपियों – बुई वान सांग, वान कान सेनह, तरान हाई और वान तवान – को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, ये सभी आरोपी वियतनाम के ही नागरिक हैं और यूट्यूब पर वीडियो बनाकर अपनी आजीविका चलाते हैं। अक्सर ये विदेशी यूट्यूबर बोधगया जैसे धार्मिक स्थलों पर वीडियो बनाने आते हैं, लेकिन विगत कुछ समय से इनके बीच आपसी झगड़ों की घटनाएं लगातार सामने आ रही थीं।
सिटी एसपी रामानंद कौशल ने बताया कि इन वियतनामी यूट्यूबरों को पूर्व में भी चेतावनी दी गई थी, लेकिन वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे थे। उन्होंने कहा कि बोधगया में इस तरह की असामाजिक गतिविधियों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एसपी के मुताबिक, चारों आरोपियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है और कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
स्थानीय लोगों ने भी इस तरह की घटनाओं पर नाराज़गी जताई है। उनका कहना है कि बोधगया एक शांतिपूर्ण और पवित्र धार्मिक स्थल है, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। ऐसे में विदेशी नागरिकों द्वारा इस तरह की हिंसा चिंता का विषय है।
फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है और आगे की कार्रवाई जारी है। वहीं, घायल यूट्यूबरों का इलाज कराया जा रहा है।
**निष्कर्षतः**, यह घटना न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी बताती है कि सोशल मीडिया की आड़ में कैसे कुछ लोग अंतरराष्ट्रीय स्थलों पर भी शांति भंग करने से नहीं चूकते।
