बिहार रेजीमेंट के वीर जवान **देव किशोर शाह** ने देश की सेवा करते हुए **ऑपरेशन स्नो लेपर्ड** के दौरान शहादत प्राप्त की। उनकी शहादत की खबर जैसे ही उनके पैतृक गांव **सारण जिले के बनियापुर** पहुंची, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। लेकिन इस दुख के साथ ही लोगों की आंखों में अपने सपूत के लिए गर्व भी साफ झलक रहा था।
पूर्वी लद्दाख की भारत-चीन सीमा पर इन दिनों हालात संवेदनशील बने हुए हैं। इसी बीच 5 जून को ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के तहत अपनी ड्यूटी निभाते हुए देव किशोर शाह ने वीरगति पाई। यह वही इलाका है, जहां भारत और चीन के बीच लंबे समय से तनाव बना हुआ है और भारतीय सैनिक सीमाओं की सुरक्षा में तैनात हैं।

**6 जून** को उनका **पार्थिव शरीर पटना एयरपोर्ट** लाया गया, जहां उन्हें **राजकीय सम्मान** के साथ श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर **बिहार सरकार के मंत्री नितिन नवीन और सुमित सिंह**, **सेना के वरिष्ठ अधिकारी**, और **प्रशासनिक अधिकारी** उपस्थित रहे। पटना एयरपोर्ट पर **सेना की टुकड़ी** ने शहीद जवान को सैन्य सलामी दी। ‘भारत माता की जय’ और ‘वीर शहीद अमर रहें’ के नारों के बीच वहां मौजूद लोगों ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
बिहार रेजीमेंट के इस वीर सपूत को विदाई देने के लिए हर आंख नम थी। पूरा समारोह गमगीन माहौल के बीच हुआ, लेकिन हर चेहरा गौरव से भरा था। देव किशोर के पार्थिव शरीर को वहां से उनके पैतृक गांव **बनियापुर** ले जाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार **राजकीय सम्मान** के साथ किया गया।
गांव पहुंचने पर ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। हर गली और हर घर से लोग बाहर आकर अंतिम दर्शन के लिए लाइन में खड़े थे। गांव के युवाओं ने उनके अंतिम यात्रा में नारे लगाकर माहौल को देशभक्ति के रंग में रंग दिया। ‘भारत माता की जय’, ‘देव किशोर अमर रहें’ जैसे नारों से पूरा गांव गूंज उठा। अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में ग्रामीणों के साथ **जनप्रतिनिधि, सेना के जवान और जिला प्रशासन** के अधिकारी भी शामिल हुए।
शहीद के **परिजनों ने नम आंखों से** कहा कि उन्हें अपने बेटे की शहादत पर गर्व है। उनकी माँ ने कहा, *”मेरा बेटा देश के लिए मरा है, इससे बड़ा गर्व और क्या हो सकता है।”* हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को चाहिए कि शहीद परिवारों को उचित सहायता और सम्मान मिले, जिससे उनका आत्मबल बना रहे।
बिहार रेजीमेंट ने एक और बहादुर सपूत को खोया है, लेकिन देव किशोर शाह की शहादत देश की सीमाओं की सुरक्षा में दी गई एक अमूल्य कुर्बानी है। उनकी बहादुरी और सेवा को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।
शहीद देव किशोर शाह का नाम अब उन वीरों की सूची में शामिल हो गया है, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। राष्ट्र उनके बलिदान को हमेशा याद रखेगा और उनका परिवार, समाज तथा बिहार राज्य उनके इस गौरवशाली योगदान पर सदा नाज़ करेगा।
**वीर शहीद देव किशोर शाह अमर रहें!**
अपना बिहार झारखंड पर और भी खबरें देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें