बिहार में मानसून एक बार फिर कहर बनकर टूट पड़ा है। शुक्रवार रात से शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने राज्य के कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। रोहतास, छपरा, सीवान, गोपालगंज, पटना और मोतिहारी समेत कई जिलों में हालात बेहद खराब हैं। जगह-जगह सड़कों पर पानी भर गया है, मकान गिर गए हैं और लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं। प्रशासन ने कई इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है, जबकि स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने का आदेश दिया गया है।
रोहतास में तबाही का मंजर
रोहतास जिला सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में शामिल है। यहां लगातार हो रही बारिश ने बाढ़ का रूप ले लिया है। पहाड़ी इलाकों से उतरने वाला पानी अब निचले इलाकों में भर गया है। कई गांव पूरी तरह जलमग्न हैं। डेहरी के एसडीआरएफ की टीम लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है। वहीं मौके पर पहुंचे **ASP अतुलेश झा** ने खुद स्थिति का जायजा लिया।
रेलवे ट्रैक पर भी पानी चढ़ गया है। सासाराम, करवंदिया और डेहरी रेलवे स्टेशन के आसपास ट्रैक पर पानी जमा होने के कारण ट्रेनों की रफ्तार धीमी कर दी गई है। ग्रैंड कॉर्ड सेक्शन पर रेलवे कर्मी लगातार ट्रैक से पानी हटाने में जुटे हैं ताकि ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित न हो।
मकान गिरे, लोग घायल
रोहतास के वार्ड नंबर 28 स्थित प्रतापगढ़ मोहल्ला में करीब 20 कच्चे मकान गिर गए हैं। कई लोग घायल हुए हैं, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। वहीं प्रशासन ने **सोन नदी** के तटीय इलाकों में अलर्ट जारी किया है। **एसडीएम निलेश कुमार** ने लोगों से अपील की है कि वे नदी या नहर के पास न जाएं और बच्चों पर विशेष ध्यान रखें।
> “अधिक वर्षा के कारण सभी नहरों और नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है। किसी भी स्थिति में नहाने या तैरने के लिए पानी में न उतरें। जान-माल की क्षति संभावित है।”
> — *निलेश कुमार, एसडीएम, डेहरी रोहतास*
एनएमसीएच जमुहार का हाल — 100 से अधिक कारें डूबीं
जमुहार के नारायण मेडिकल कॉलेज का पूरा परिसर पानी में डूब गया है। परिसर में खड़ी **100 से ज्यादा कारें पानी में डूब** गई हैं। अस्पताल के डॉक्टर और मरीज रातभर अफरा-तफरी में फंसे रहे।
> “कल रात से मूसलाधार बारिश के कारण पूरे परिसर में पानी भरा है। 100 से ज्यादा कारें डूब गई हैं। एसडीआरएफ की टीम पहुंची और लोगों का रेस्क्यू किया।”
> — *डॉ. अमित कुमार, एनएमसीएच जमुहार*
छपरा में स्कूल बंद, बिजली गुल
सारण जिले के छपरा में भी हालात बेकाबू हैं। लगातार बारिश से पूरे शहर की बिजली सुरक्षा कारणों से काट दी गई है। जिला प्रशासन ने शनिवार को **सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद** करने का आदेश जारी किया है। खेतों में खड़ी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं।
सीवान में भी बंद हुए स्कूल
सीवान में शुक्रवार रात से ही लगातार हो रही बारिश ने आम जनजीवन ठप कर दिया है। डीएम ने आदेश जारी कर जिले के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों — **नर्सरी से लेकर 12वीं तक** — को बंद कर दिया है। डीएम ने कहा कि जलजमाव के कारण बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
मोतिहारी में लगातार 10 घंटे बारिश
मोतिहारी में पिछले 10 घंटे से मूसलाधार बारिश जारी है। हरसिद्धि प्रखंड के गायघाट, बारमसवा, मुरारपुर सहित कई इलाकों में पानी भर गया है। ग्रामीण इलाकों में खेत जलमग्न हैं, वहीं शहर की गलियों में घुटने तक पानी जमा है। लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।
पटना में भी जलभराव से हाहाकार
राजधानी पटना भी जलभराव की मार झेल रही है। बायपास रोड, कंकड़बाग और राजीव नगर जैसे इलाकों में पानी भर गया है। बुडको और नगर निगम के कर्मी पानी निकासी में जुटे हैं, लेकिन भारी बारिश के कारण काम की रफ्तार बेहद धीमी है। कई मोहल्लों में बिजली आपूर्ति बाधित है और लोग घंटों से परेशान हैं।
प्रशासन अलर्ट मोड में
राज्य के सभी जिलों में प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। प्रशासन ने लोगों से ऊंचे स्थानों पर जाने, खुले तारों से दूर रहने और बिजली गिरने के दौरान पेड़ों या खाली मैदान में खड़े न होने की अपील की है।
निष्कर्ष
बिहार के कई जिले फिलहाल बारिश के पानी में डूबे हुए हैं। गांवों में जनजीवन ठहर गया है, स्कूल बंद हैं और किसानों की मेहनत बर्बाद हो चुकी है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक और भारी बारिश की चेतावनी दी है। ऐसे में प्रशासन अलर्ट पर है, लेकिन लोगों को सतर्क रहना बेहद जरूरी है।
