बिहार में रात्रि गश्ती के दौरान पुलिस की गाड़ियों में धक्का लगने की घटनाओं को रोकने और जवानों की जान बचाने के लिए मुख्यालय ने बड़ा कदम उठाया है। पुलिस की गश्ती गाड़ियों में न सिर्फ अलग-अलग रंग की लाइट लगाई जाएगी बल्कि पेट्रोलिंग पर गए अधिकारियों व जवानों को चमकदार जैकेट (रौशनी से चमकनेवाला फ्लोरेसेंट जैकेट) भी दिया जाएगा।
पुलिसकर्मियों को सतर्क रहने के निर्देश
सड़क पर कर्तव्य के दौरान खासकर कुहासे के वक्त रात्रि गश्ती में जानेवाले पुलिस पदाधिकारियों और जवानों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही सभी पुलिस वाहनों में फॉग व सर्च लाइट लगेगा। गश्ती वाहनों में इसके अतिरिक्त मल्टी कलर पेट्रोलिंग लाइट (लाल, नीला और सफेद रंग का) हो यह सुनिश्चित करने को कहा गया है। पुलिस मुख्यालय ने सभी गश्ती वाहनों के सामने और पीछे की तरफ रेडियम टेप, इंडिकेटर व पार्किंग लाइट लगाने के भी निर्देश दिए हैं। गाड़ियों में फर्स्ट एड बॉक्स रखना अनिवार्य होगा और वाहनों में विंड स्क्रीन या फिर लोहे की जाली भी लगेगी।
चालक के आंखों की होगी जांच
मुख्यालय ने पुलिस गाड़ियों के चालकों की आंख की नियमित जांच कराने का भी आदेश दिया है। साथ ही चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस का रिन्यूवल सुनिश्चित करने को भी कहा है।
इस वजह से उठाना पड़ा कदम
4 जनवरी की सुबह को गर्दनीबाग पुलिस के गश्ती गाड़ी में हाइवा ने टक्कर मार दी थी। इस हादसे में रात्रि गश्ती कर रहे होमगार्ड के तीन जवानों की मृत्यु हो गई जबकि एक गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। इसके अलावा भी कुहासे के दौरान पुलिस की गाड़ियों में टक्कर की घटना को देखते हुए मुख्यालय ने यह कदम उठाया है।