बिहपुर प्रखंड अंतर्गत सोनवर्षा गांव में शुक्रवार की शाम एक सनसनीखेज घटना ने इलाके में दहशत का माहौल उत्पन्न कर दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, शाम करीब साढ़े चार बजे सोनवर्षा भगवती स्थान से लगभग दो सौ मीटर की दूरी पर रामनगर-एगरबीग्घी एवं भगवती स्थान को जोड़ने वाले त्रिमुहान चौक पर अज्ञात लोगों द्वारा पांच राउंड गोली चलायी गयी। यह फायरिंग गांव के शांत माहौल को अचानक भय और आशंका से भर देने वाली रही।

गांव के कुछ लोगों ने इस घटना को आपसी रंजिश या दबदबा कायम करने की मंशा से जोड़ा है। हालांकि, गोलीबारी में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, और न ही किसी प्रकार की क्षति की सूचना सामने आई है। इससे यह स्पष्ट होता है कि फायरिंग का उद्देश्य केवल इलाके में भय का माहौल बनाना था।
घटना के तुरंत बाद कुछ ग्रामीणों ने आपस में बातचीत कर जानकारी एकत्र की, परंतु कोई स्पष्ट रूप से यह नहीं बता सका कि गोली किसने और किसके खिलाफ चलाई। इलाके में असामाजिक तत्वों की हलचल पहले भी देखी गयी है, पर इस तरह खुलेआम गोली चलाना चिंता का विषय बन गया है।
इस संबंध में जब संवाददाता द्वारा बिहपुर थाना प्रभारी से संपर्क कर जानकारी ली गयी, तो उन्होंने बताया कि उनके पास अब तक इस घटना की कोई भी आधिकारिक सूचना प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि यदि कोई शिकायत या प्राथमिकी मिलती है, तो वे जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे। फिलहाल, पुलिस प्रशासन की ओर से घटनास्थल की कोई जांच या निरीक्षण नहीं किया गया है, जिससे ग्रामीणों में असंतोष भी देखा जा रहा है।
सोनवर्षा गांव के कुछ बुजुर्गों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से मांग की है कि इलाके में नियमित गश्ती बढ़ाई जाए और असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने यह भी कहा कि यदि इस तरह की घटनाओं को नजरअंदाज किया गया तो अपराधियों का मनोबल बढ़ेगा और आम जनता की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।
स्थानीय प्रतिनिधियों ने भी इस घटना को गंभीरता से लेने की मांग की है। पंचायत स्तर पर ग्रामीण सुरक्षा समिति के गठन की बात भी उठने लगी है, ताकि किसी भी प्रकार की असामाजिक गतिविधि की सूचना त्वरित रूप से पुलिस तक पहुंचाई जा सके।
बिहपुर जैसे अपेक्षाकृत शांत इलाके में इस प्रकार की गोलीबारी की घटनाएं चिंता का विषय हैं। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वे ग्रामीणों की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील रहें और इस प्रकार की घटनाओं पर सख्त कार्रवाई करें। ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी और प्रशासन की सजगता से ही ऐसे मामलों पर प्रभावी रोकथाम संभव है।
फिलहाल सोनवर्षा गांव में भय और सन्नाटा पसरा है, और लोग इस घटना की तह तक जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि पुलिस शीघ्र ही इस मामले की छानबीन करेगी और दोषियों को चिन्हित कर कानूनी कार्रवाई करेगी।
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