प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में कैबिनेट ने पटना के निकट बिहटा में बन रहे नए एयरपोर्ट के विकास के लिए 1413 करोड़ की अनुमानित लागत राशि के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
बिहटा हवाई अड्डा का विकास भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) करेगा. इसके साथ ही बिहार इस नये सिविल एन्क्लेव के विकास का रास्ता साफ हो गया है. बिहार के लोगों के लिए खुशखबरी है कि नया एयरपोर्ट बनेगा, लेकिन पटना और आसपास के जिलावासियों के लिए दोगुनी खुशी का अवसर है क्यों कि 116 किलोमीटर के दायरे में अब तीन एयरपोर्ट हो जाएंगे. पटना एयरपोर्ट तो वर्तमान में ऑपरेशनल है, इसके अतिरिक्त बिहटा और राजगीर में एयरपोर्ट प्रस्तावित है.
बिहटा में एयरपोर्ट के लिए अनुमानित राशि के प्रस्ताव को केंद्र सरकार की स्वीकृति के बाद जेडीयू के नेता और सांसद संजय झा ने इस पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए
सोशल मीडिया के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया. उन्होंने लिखा, पटना के निकट बिहटा में अंतरराष्ट्रीय स्तर के नये सिविल एन्क्लेव के विकास (अनुमानित लागत 1,413 करोड़ रुपये) के प्रस्ताव को मंजूरी देने के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का बिहारवासियों की ओर से आभार.
माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने बिहटा में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध कराने के साथ-साथ कई बार स्थल पर जाकर उसका निरीक्षण किया है और कहा है कि राज्य सरकार इसमें हर तरह से सहयोग के लिए तैयार है.
उन्होंने पटना से बिहटा तक एलिवेटेड रोड के निर्माण को भी मंजूरी दी है, जिस पर काम चल रहा है. हमें विश्वास है, बिहटा में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण होने पर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे तथा बिहार के विकास को नई ऊर्जा मिलेगी.
बिहटा एयरपोर्ट एक बड़ा प्रोजेक्ट
बता दें कि बिहटा हवाई अड्डे पर प्रस्तावित नई एकीकृत टर्मिनल बिल्डिंग
66,000 वर्गमीटर में फैली हुई है. इसे 3000 पीक ऑवर यात्रियों (पीएचपी) को संभालने और सालाना 50 लाख यात्रियों को सेवा प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है. जब भी आवश्यकता होगी इसे 50 लाख और बढ़ाया जाएगा और अंतिम क्षमता प्रति वर्ष एक करोड़ यात्री होगी. बताया जा रहा है कि बिहटा एयरपोर्ट 12000 फीट लंबा होगा. बता दें कि पटना की लंबाई 6798 फीट है और इसका विस्तार संभव नहीं है. लेकिन, बिहटा हवाई अड्डा परियोजना के प्रमुख घटकों में ए-321/बी-737-800/ए-320 प्रकार के विमानों के लिए उपयुक्त 10 पार्किंग बे, साथ ही दो लिंक टैक्सीवे को समायोजित करने में सक्षम एप्रन का निर्माण शामिल है.
नालंदा के राजगीर में भी एयरपोर्ट प्रस्तावित
बता दें कि पर्यटक नगरी राजगीर में हवाई अड्डा बनाने की कवायद चल रही है. बिहार कैबिनेट की ओर से प्रस्ताव पारित किया जा चुका है. बताया जा रहा है कि हवाई अड्डा के लिए भूमि चयन को लेकर प्रक्रिया चल रही है.
मेयार और बढ़ौना मौजा के बीच 550 एकड़ जमीन का चयन मोटे तौर पर किया गया है. यह प्रश्नगत भूमि 3.33 किलोमीटर लंबी और 709 मीटर चौड़ी है. इस प्रस्तावित हवाई अड्डा की लंबाई 11000 फीट और चौड़ाई 2000 फीट है. हालांकि इसको अंतिम रूप दिया जाना बाकी है.
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