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भागलपुर,गंगा रौद्र रूप धारण कर ली है.वही लगातार गंगा के जलस्तर में वृद्धि हो रही गंगा में स्थिरता हुई है.वही जिले में बाढ़ से निचले इलाकों में हाहाकार मचा है, जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविरों को भी चालु कराया गया है। वही बढ़ती जलस्तर के कारण जहां एक तरफ कई ट्रेनों का प्रचलन बाधित हो गए हैं तो कहीं कई ट्रेनों रूठ बदले गए हैं।

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जलस्तर बढ़ने के कारण शैक्षणिक संस्थान तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में भी गंगा का पानी प्रवेश कर चुका है. जहां बिते दिन कुलपति खुद पीजी गर्ल्स हॉस्टल से छात्राओं को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए था.वहीं अब यूनिवर्सिटी परिसर में नाव का परिचालन करके कर्मचारियो और छात्र–छात्रों को पहुंचाया जा रहा है। बतादे की विश्वविद्यालय परिसर, लाइब्रेरी, गेस्ट हाडस, लालबाग प्रोसेफर कॉलोनी परिसर, गर्ल्स हॉस्टल सहित आसपास के जागो में बाढ़ से काफी प्रभावित हुआ है।वही बाढ़ का पानी जिले के कई कॉलेजों में घुस गया है.

वही इन दिनों तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के तरफ से परीक्षा आयोजित की गई है जिसको अब रद्द कर दिया गया है। दरअसल कई कॉलेजों में बाढ़ का पानी घुस जाने के कारण परीक्षार्थियों ने विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग को इसकी सूचना दी थी।इसी बाबत तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय ने सभी तरह की परीक्षा को अगले आदेश तक के लिए रद्द कर दिया है. वहीं कुलपति प्रो जवाहरलाल के आदेश पर परीक्षा नियंत्रण डॉ कृष्ण कुमार ने रविवार को देर शाम अधिसूचना जारी कर दिया है। बता दे कि इन परीक्षाओं में यूजी, पीजी, वोकेशनल, प्रोफेशनल सहित सभी तरह की परीक्षा शामिल है.

वही विश्वविद्यालय की ओरसे इस सप्ताह से पार्ट 2 की भी परीक्षा शुरू हुई थी। बता दे की पार्ट 2 के एग्जाम को लेकर मुख्यालय सहित आसपास के 23 कॉलेज में परीक्षा केंद्र बनाया गया था। वही कुलपति प्रोफेसर जवाहरलाल अपने अधिकारियों से बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली और इसके बाद छात्रहित में फैसला लेते हुए परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया है.


वहीं कुलपति प्रोफेसर जवाहरलाल ने बताया कि पूर्व के दिनों में पानी प्रवेश कर गया था मैं खुद पीजी गर्ल्स हॉस्टल से सभी छात्राओं को रेस्क्यू करवा कर सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिए हैं। वहीं उन्होंने विश्वविद्यालय को बंद करने को लेकर कहा कि यह मेरा आदेश पर नहीं हो सकता है इसके लिए मुझे राज भवन से आदेश देना होगा अगर ऐसी स्थिति उत्पन्न होगी तो मैं स्वयं राज भवन पत्र देखकर आदेश मांग लूंगा।

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