भागलपुर जिले के बाईपास थाना क्षेत्र अंतर्गत खुटाहा रेलवे स्टेशन से एक बड़ी कार्रवाई की गई है, जहां पुलिस ने 81 बोतल अवैध विदेशी शराब के साथ एक युवक को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई से न केवल पुलिस की सतर्कता का पता चलता है, बल्कि अवैध शराब तस्करी के नेटवर्क पर भी एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। पुलिस की इस कार्रवाई में गिरफ्तार किया गया युवक कोइली गांव का रहने वाला अमित कुमार है, जो ट्रेन के जरिए भारी मात्रा में शराब की तस्करी कर रहा था।

बाईपास थाना अध्यक्ष प्रभात कुमार शर्मा ने इस पूरी घटना की जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि खुटाहा रेलवे स्टेशन पर एक तस्कर भारी मात्रा में अवैध विदेशी शराब के साथ आने वाला है। इस सूचना के आधार पर थाना अध्यक्ष शर्मा ने त्वरित रूप से एक विशेष टीम गठित की और पुलिस बल के साथ खुटाहा रेलवे स्टेशन पहुंच गए।
कुछ समय बाद, जगदीशपुर की दिशा से एक यात्री ट्रेन खुटाहा रेलवे स्टेशन पर पहुंची और वहां रुकी। पुलिस की टीम चौकस थी और हर गतिविधि पर नजर रख रही थी। तभी उन्होंने देखा कि ट्रेन की अंतिम बोगी से एक युवक एक भरा हुआ बोरा और एक बड़ा कार्टन लेकर नीचे उतर रहा है। उसकी गतिविधियाँ संदिग्ध प्रतीत हो रही थीं। जैसे ही पुलिस टीम ने उसे रोकने की कोशिश की, युवक घबरा गया और वहां से भागने की कोशिश करने लगा। लेकिन पुलिस की तत्परता के चलते उसे मौके पर ही दबोच लिया गया।
गिरफ्तार किए गए युवक की पहचान बाईपास थाना क्षेत्र के कोइली गांव निवासी अमित कुमार के रूप में की गई है। जब पुलिस ने उसके पास से बरामद बोरा और कार्टन की तलाशी ली, तो उसमें भारी मात्रा में विदेशी शराब मिली। तलाशी के दौरान पुलिस ने पाया कि बोरे और कार्टन में ‘मैजिक मोमेंट’ ब्रांड की 24 बोतल, ‘रॉयल स्टैग’ की 33 बोतल और ‘गॉडफादर बियर’ की 24 बोतलें रखी गई थीं। कुल मिलाकर कुल 81 बोतल अवैध विदेशी शराब बरामद की गई, जिसकी कुल मात्रा 33.375 लीटर बताई जा रही है।
पुलिस का कहना है कि यह शराब बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद तस्करी कर लाई जा रही थी, जो कानून का खुला उल्लंघन है। शराबबंदी लागू होने के बावजूद, राज्य में शराब की अवैध तस्करी की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। हालांकि, पुलिस और प्रशासन की सक्रियता से इस तरह की कई कोशिशें नाकाम की गई हैं।
थाना अध्यक्ष प्रभात कुमार शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार युवक से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह शराब किसके लिए और कहां लेकर जा रहा था। इसके साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि उसके पीछे कोई बड़ा तस्करी गिरोह तो नहीं है। संभावना जताई जा रही है कि इस मामले में और भी लोग संलिप्त हो सकते हैं।
पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और आरोपी युवक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि शराबबंदी कानून का सख्ती से पालन कराया जाएगा और ऐसे अवैध काम करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि इस तरह की सख्ती से समाज में गलत गतिविधियों पर लगाम लगाई जा सकेगी। ग्रामीणों ने कहा कि शराब तस्करी की वजह से कई परिवार तबाह हो रहे हैं और युवा वर्ग इसकी चपेट में आकर अपने भविष्य को बर्बाद कर रहा है।
बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद, शराब की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है। आए दिन कहीं-न-कहीं से इस तरह की तस्करी की खबरें सामने आती रहती हैं। सरकार जहां इस पर नियंत्रण पाने की दिशा में लगातार कदम उठा रही है, वहीं पुलिस प्रशासन भी पूरी मुस्तैदी से ऐसे मामलों में कार्रवाई कर रहा है।
खुटाहा रेलवे स्टेशन पर हुई इस कार्रवाई को एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि यह न केवल तस्करों के हौसले पस्त करता है बल्कि पुलिस की तत्परता और कार्यकुशलता का भी परिचायक है। अब देखना यह होगा कि इस मामले की तह तक जाकर पुलिस किस हद तक गिरोह का पर्दाफाश कर पाती है।
**निष्कर्षतः**, भागलपुर पुलिस ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह अवैध गतिविधियों को लेकर किसी भी तरह की ढील बरतने के मूड में नहीं है। शराबबंदी को प्रभावी बनाने के लिए इस तरह की सख्त कार्रवाई आवश्यक है और उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले समय में अवैध शराब तस्करी के खिलाफ अभियान और भी तेज किया जाएगा।
अपना बिहार झारखंड पर और भी खबरें देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें