गोपालपुर पुलिस ने रंगदारी और गोलीबारी के एक गंभीर मामले में फरार चल रहे तीसरे आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। यह कार्रवाई उस आपराधिक मामले से जुड़ी है, जिसमें 31 मार्च की रात करारी तिनटंगा जहाज घाट के पास त्रिवेणी कंस्ट्रक्शन कंपनी के ड्राइवर और मजदूरों को धमकाते हुए रंगदारी की मांग की गई थी और जान से मारने की नीयत से फायरिंग की गई थी।

इस घटना ने स्थानीय स्तर पर सनसनी फैला दी थी क्योंकि यह घटना उस समय घटी जब बांध मरम्मत का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा था। त्रिवेणी कंस्ट्रक्शन कंपनी के हाइवा और पोकलेन ड्राइवर, मजदूर रात 08:00 बजे मिट्टी भराव का कार्य कर रहे थे। तभी कुछ अज्ञात अपराधी घटनास्थल पर पहुंचे और उन्हें धमकाने लगे। उन्होंने पहले तो रूपये की मांग की और विरोध करने पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, जिससे मजदूरों में अफरातफरी मच गई। सौभाग्य से इस हमले में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन यह पूरी घटना न केवल डराने वाली थी, बल्कि कानून-व्यवस्था के लिए भी चुनौती बन गई थी।
घटना के बाद त्रिवेणी कंस्ट्रक्शन के सुपरवाइजर की शिकायत पर गोपालपुर थाना में मामला दर्ज किया गया। मामला दर्ज होते ही पुलिस अधीक्षक, नवगछिया के निर्देशन में एक विशेष टीम गठित की गई। पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पहले ही दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। वहीं, अन्य फरार अभियुक्तों की तलाश जारी थी।
लगातार छापामारी और खुफिया सूचना के आधार पर पुलिस को एक और सफलता हाथ लगी। इस क्रम में मुख्य आरोपितों में से एक दिलखुश कुमार, जो कि तिनटंगा करारी का निवासी है, को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि दिलखुश कुमार घटना के दिन मौके पर मौजूद था और फायरिंग में भी शामिल था।
पुलिस द्वारा की गई इस गिरफ्तारी को बड़ी सफलता माना जा रहा है क्योंकि यह मामला रंगदारी से जुड़ा होने के साथ-साथ निर्माण कार्य में बाधा पहुंचाने से संबंधित था। गोपालपुर थाना अध्यक्ष ने बताया कि अभियुक्त को गिरफ्तार करने के बाद सभी कानूनी प्रक्रिया पूरी कर उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक नवगछिया ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी भी स्थिति में अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि मामले में शेष वांछित अभियुक्तों की पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है।
स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि निर्माण कार्य अब बिना किसी डर के सुचारू रूप से जारी रहेगा। वहीं, त्रिवेणी कंस्ट्रक्शन कंपनी ने प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा है कि यदि पुलिस ने समय रहते कार्रवाई न की होती, तो कार्यस्थल पर भय का माहौल बना रहता और परियोजना की प्रगति प्रभावित होती।
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि पुलिस यदि तत्परता और संकल्प के साथ कार्य करे, तो अपराधियों को अधिक दिन तक कानून की पकड़ से बाहर रहना संभव नहीं है। गोपालपुर पुलिस की यह कार्यवाही न केवल प्रशंसनीय है, बल्कि अपराधियों के लिए एक कड़ा संदेश भी है कि कानून से कोई ऊपर नहीं।
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