पटना: बिहार की राजधानी पटना के श्रीकृष्णापुरी थाना क्षेत्र में बीते शनिवार को हुई गोलीबारी की सनसनीखेज घटना के बाद भी पुलिस अब तक मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करने में नाकाम रही है। यह वारदात न्यू पुनाइचक, पश्चिमी बोरिंग कैनाल रोड पर दिनदहाड़े हुई थी, जिसने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब तक केवल दो आरोपियों की गिरफ्तारी हो पाई है, जबकि मुख्य आरोपी सानू और शिवम अब भी फरार हैं।
खुलेआम हुई फायरिंग, एडीजी की मौजूदगी में हुआ दुस्साहस
पुलिस के अनुसार, 24 मई को करीब 4-5 बदमाश एक बिना नंबर प्लेट वाली काले रंग की स्कॉर्पियो से पहुंचे और रोजी स्वीट्स के पास खुलेआम फायरिंग कर दी। बताया जा रहा है कि घटना से कुछ घंटे पहले दो चारपहिया वाहनों के बीच टक्कर हुई थी। इसी विवाद के चलते बदमाशों ने गुस्से में आकर गोलीबारी की।
फायरिंग की पहली दो राउंड स्कॉर्पियो की खिड़की से की गई, इसके बाद वाहन को आगे बढ़ाकर दो और राउंड फायरिंग की गई। खास बात यह रही कि जब बदमाश दोबारा घटनास्थल पर लौटे और फायरिंग की, उस समय वहां से विधि-व्यवस्था के एडीजी पंकज दराद अपनी सरकारी गाड़ी से गुजर रहे थे। उन्होंने तुरंत स्थिति को समझा और अपने अंगरक्षक रजनीश कुमार के साथ अपराधियों का पीछा किया। आत्मरक्षा में रजनीश कुमार ने 4 राउंड जवाबी फायरिंग की, लेकिन इसके बावजूद बदमाश भागने में सफल रहे। उन्होंने लोहिया चक्र से यू-टर्न लेते हुए पुल पर चढ़ते समय दो और राउंड फायरिंग की।
दो आरोपियों ने किया आत्मसमर्पण, तीन अब भी फरार
इस कांड में अब तक दो आरोपियों, रोहित कुमार उर्फ अल्टर और पीयूष कुमार, ने शुक्रवार को न्यायालय में आत्मसमर्पण किया है। दोनों को श्रीकृष्णापुरी थाना कांड संख्या 133/25 के तहत गिरफ्तार किया गया और 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मामले में अधिवक्ता ऋषिकेश नारायण सिंह ने जानकारी दी कि इस घटना के मुख्य आरोपी सानू और शिवम हैं, जिन्होंने स्कॉर्पियो से फायरिंग की थी। पुलिस इन दोनों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है, लेकिन अभी तक कोई ठोस सफलता हाथ नहीं लगी है।
10 पुलिसकर्मी निलंबित, जांच में लापरवाही उजागर
घटना के बाद पुलिस प्रशासन पर सवाल उठने लगे, क्योंकि यह वारदात पटना जैसे संवेदनशील क्षेत्र में हुई। पुलिस की निष्क्रियता और देर से कार्रवाई को लेकर नाराजगी जताई गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए अब तक 10 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इनमें श्रीकृष्णापुरी थाना क्षेत्र के पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। वहीं, रविवार को एक इंस्पेक्टर के बेटे से भी पूछताछ की गई थी, जिससे इस केस के तार पुलिस से जुड़े होने की संभावना
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