सहरसा (बिहार)। जिले के सौरबाजार थाना क्षेत्र के चंदौर गांव से गुरुवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां एक 22 वर्षीय छात्र को गोली मार दी गई। युवक को पैर में गोली लगी है और उसका इलाज सहरसा शहर के एक निजी क्लिनिक में चल रहा है। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है और पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।
घटना की सूचना पुलिस को गुरुवार दोपहर लगभग 3 बजे मिली, जिसके बाद सौरबाजार थाना की टीम तत्काल हरकत में आई। घायल युवक की पहचान चंदौर गांव निवासी अगमलाल यादव के पुत्र सुभाष कुमार के रूप में हुई है, जो पेशे से छात्र है और स्नातक की पढ़ाई कर रहा है। बताया जा रहा है कि सुभाष को दाहिने पैर में गोली लगी थी। परिजनों ने आनन-फानन में उसे सहरसा शहर के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर गोली निकाल दी है।
घायल की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है, लेकिन डॉक्टरों ने उसे फिलहाल निगरानी में रखा है। चिकित्सकों के अनुसार गोली पैर की मांसपेशियों में फंसी थी, जिससे अधिक रक्तस्राव हुआ, लेकिन समय पर इलाज मिलने से जान का खतरा टल गया।
परिजन नहीं कर रहे सहयोग
घटना के बाद से सुभाष के परिजन इस मुद्दे पर खुलकर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान सुभाष के पिता अगमलाल यादव ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उनके बेटे को किसने और क्यों गोली मारी। उनके अनुसार, सुभाष दोपहर को किसी काम से घर से निकला था और कुछ समय बाद उन्हें सूचना मिली कि वह घायल अवस्था में क्लिनिक में भर्ती है।
परिजनों की चुप्पी से पुलिस को मामले की तह तक पहुंचने में दिक्कतें आ रही हैं। पुलिस को आशंका है कि मामला आपसी रंजिश या पुरानी दुश्मनी का हो सकता है, लेकिन जब तक घायल युवक पूरी तरह होश में नहीं आता और बयान नहीं देता, तब तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकेगी।
पुलिस ने जांच शुरू की
थानाध्यक्ष अजय कुमार पासवान ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आसपास के लोगों से पूछताछ की गई। सौरबाजार थाना की सब-इंस्पेक्टर स्वीटी कुमारी ने निजी क्लिनिक पहुंचकर परिजनों और चिकित्सकों से बात की, लेकिन उन्हें भी घटना के कारणों को लेकर कोई ठोस जानकारी नहीं मिल सकी।
थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह आपसी विवाद का मामला प्रतीत होता है। हालांकि, अभी तक किसी पक्ष द्वारा कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस सभी पहलुओं पर गहनता से जांच कर रही है और जल्द ही सच्चाई सामने लाई जाएगी।
गांव में दहशत का माहौल
घटना के बाद चंदौर गांव में भय और तनाव का माहौल है। लोग इस अप्रत्याशित हिंसा को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि गांव आमतौर पर शांत माना जाता है। स्थानीय लोगों के अनुसार, सुभाष एक मिलनसार युवक है और उसका किसी से सीधा झगड़ा नहीं था। हालांकि कुछ लोगों ने यह भी कहा कि सुभाष का कुछ युवकों से पुराना विवाद चल रहा था, लेकिन यह कितनी गंभीर बात थी, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
प्रशासन की सक्रियता
पुलिस प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है। जिले के वरीय पुलिस अधिकारी भी मामले की जानकारी ले रहे हैं। एक टीम चंदौर गांव में लोगों से जानकारी जुटा रही है, जबकि दूसरी टीम क्लिनिक और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने का प्रयास कर रही है, ताकि हमलावर की पहचान की जा सके।
आगे की कार्रवाई
पुलिस का कहना है कि जैसे ही घायल छात्र सुभाष कुमार बयान देने की स्थिति में आएगा, उससे पूछताछ की जाएगी। उसके बयान के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस हमलावर की पहचान, घटना की पृष्ठभूमि और संभावित कारणों को लेकर विभिन्न कोणों से जांच कर रही है। मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
इस घटना ने एक बार फिर सहरसा जिले में कानून व्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ा दी है। आम लोगों की सुरक्षा और युवाओं में बढ़ती हिंसक प्रवृत्तियों को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। पुलिस पर जल्द से जल्द दोषियों की पहचान कर कार्रवाई करने का दबाव है।
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