नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत रंगरा थाना क्षेत्र के मसुदनपुर बैंसी गांव में दो पक्षों के आपसी विवाद ने उस समय तूल पकड़ लिया जब एक पक्ष द्वारा हथियार लहराने की सूचना स्थानीय पुलिस को मिली। घटना की गंभीरता को देखते हुए रंगरा थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटनास्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों की मदद से एक देशी कट्टा बरामद किया। इस मामले में गांव के ही अशोक मंडल को नामजद करते हुए आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस फिलहाल पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।

आपसी रंजिश में बढ़ा तनाव
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, मसुदनपुर बैंसी गांव में दो परिवारों के बीच लंबे समय से किसी पुराने विवाद को लेकर तनाव बना हुआ था। बुधवार की शाम को किसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते झड़प में बदल गई। इसी दौरान एक पक्ष ने अपने पास मौजूद हथियार को लहराते हुए दूसरे पक्ष को डराने-धमकाने की कोशिश की। यह देख ग्रामीणों में भय और आक्रोश का माहौल उत्पन्न हो गया।
पुलिस को मिली गुप्त सूचना
गांव में हथियार के प्रदर्शन की सूचना रंगरा थाना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही थाना अध्यक्ष के नेतृत्व में एक टीम तत्काल घटनास्थल पर रवाना हुई। पुलिस जब गांव पहुंची तो स्थिति तनावपूर्ण थी, लेकिन किसी अनहोनी से पहले पुलिस ने हालात पर नियंत्रण पा लिया। ग्रामीणों के सहयोग से पुलिस ने खोजबीन कर एक झाड़ी से देशी कट्टा बरामद किया, जिसे कथित तौर पर आरोपित ने झड़प के बाद छुपा दिया था।
नामजद प्राथमिकी, जांच जारी
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए गांव के अशोक मंडल को मुख्य आरोपी मानते हुए उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट की धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। थाना प्रभारी ने बताया कि अशोक मंडल फरार है और उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। पुलिस अन्य ग्रामीणों से भी पूछताछ कर रही है ताकि यह पता चल सके कि हथियार कहां से आया और कहीं इसका इस्तेमाल पूर्व में किसी अपराध में तो नहीं हुआ।
ग्रामीणों ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल व्याप्त है। ग्रामीणों ने आरोपित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पहले कभी इस प्रकार की घटना नहीं हुई थी, और अब अगर समय रहते पुलिस ने हस्तक्षेप नहीं किया होता, तो स्थिति और बिगड़ सकती थी। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि हथियार का प्रदर्शन खुलेआम करना कानून व्यवस्था के लिए खतरा है, और ऐसे व्यक्तियों को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजा जाना चाहिए।
थाना प्रभारी का बयान
रंगरा थाना अध्यक्ष ने बताया कि पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है। बरामद हथियार को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह हथियार अवैध है या किसी पुराने आपराधिक मामले से जुड़ा है। उन्होंने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है और बहुत जल्द उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
निष्कर्ष
यह घटना न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में आपसी रंजिश किस कदर हिंसात्मक रूप ले सकती है। रंगरा पुलिस की तत्परता से एक बड़ी घटना टल गई, लेकिन इस प्रकार के मामलों में स्थायी समाधान के लिए सामाजिक और प्रशासनिक दोनों स्तरों पर प्रयास आवश्यक हैं। ग्रामीणों की सतर्कता और पुलिस की सक्रियता के चलते एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए सख्त निगरानी जरूरी है।
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