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नवगछिया पुलिस जिला अंतर्गत खरीक थाना क्षेत्र के तेलघी गांव से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक नाबालिग लड़के के साथ उसके ही मोहल्ले के तीन अन्य नाबालिग दोस्तों द्वारा मारपीट करने और 40 हजार रुपये की ठगी करने का आरोप लगा है। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें पीड़ित के साथ की जा रही मारपीट स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है।

पीड़ित लड़के के पिता ने नवगछिया की पुलिस अधीक्षक प्रेरणा कुमार को लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने अपने आवेदन में बताया कि उन्होंने हाल ही में खेत में उपजाए गए मकई को बेचकर 40 हजार रुपये घर में सुरक्षित रखे थे। ये पैसे किसी जरूरी पारिवारिक कार्य में उपयोग करने के लिए निकाले जाने थे। लेकिन जब उन्होंने पैसे निकालने के लिए जगह देखी तो वहां से पूरी राशि गायब पाई गई।

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परिजनों द्वारा पूछताछ करने पर पीड़ित नाबालिग बेटे ने पूरी घटना बताई। उसके अनुसार, उसी मोहल्ले के तीन अन्य नाबालिग लड़कों ने आपसी षड्यंत्र के तहत उसे बहला-फुसलाकर पैसे छीन लिए और फिर उसके साथ बुरी तरह मारपीट की। पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया है कि इन लड़कों ने पहले भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया है और ठगे गए पैसों को मोबाइल गेम्स खेलने में खर्च कर देते हैं।

इस गंभीर घटना का एक वीडियो भी सामने आया है जो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में मारपीट की तस्वीरें और पीड़ित की स्थिति देखी जा सकती है। पीड़ित पिता ने यह वीडियो नवगछिया पुलिस को सौंप दिया है और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

घटना की जानकारी मिलते ही नवगछिया पुलिस हरकत में आ गई है। पुलिस अधीक्षक प्रेरणा कुमार ने संबंधित थाना को मामले की गहराई से जांच करने का निर्देश दिया है। साथ ही वायरल वीडियो की भी तकनीकी जांच कर उसकी सत्यता की पुष्टि की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इन नाबालिग लड़कों का पहले से कोई आपराधिक इतिहास रहा है।

तेलघी गांव में इस घटना से लोगों में आक्रोश और चिंता का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर ऐसे मामलों में समय रहते सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो नाबालिगों में अपराध की प्रवृत्ति और बढ़ सकती है। लोगों ने यह भी कहा कि मोबाइल और इंटरनेट के गलत उपयोग ने बच्चों में अपराध की तरफ झुकाव बढ़ाया है, जिससे परिवार और समाज दोनों प्रभावित हो रहे हैं।

पीड़ित परिवार ने जिला प्रशासन से मांग की है कि दोषियों को सुधार गृह भेजा जाए और परिवार को न्याय दिलाया जाए। साथ ही, गांव और स्कूल स्तर पर बच्चों को नैतिक शिक्षा देने और मोबाइल के अत्यधिक प्रयोग पर अंकुश लगाने की भी अपील की गई है।

फिलहाल खरीक थाना पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी हुई है और पीड़ित परिवार को भरोसा दिलाया गया है कि दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि वीडियो की पुष्टि और गवाहों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि समाज में किशोरों को अपराध से दूर रखने के लिए क्या पर्याप्त प्रयास हो रहे हैं? जरूरत है कि परिवार, स्कूल और समाज मिलकर नाबालिगों को गलत राह पर जाने से रोकें, ताकि ऐसे घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

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