भागलपुर के तिलकामांझी क्षेत्र स्थित मधु श्री कॉलोनी के निवासी इन दिनों गंभीर संकट से जूझ रहे हैं। कॉलोनी में संचालित एक निजी नर्सिंग होम की लापरवाही और प्रशासनिक अनदेखी के खिलाफ स्थानीय लोगों ने अब आमरण अनशन शुरू कर दिया है। इस अनशन का नेतृत्व कॉलोनी के वरिष्ठ नागरिक जवाहरलाल मिश्रा कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि नर्सिंग होम प्रशासन मेडिकल वेस्ट यानी चिकित्सा अपशिष्ट को खुलेआम कॉलोनी के नाले में बहा रहा है। इसके चलते इलाके में दुर्गंध फैल गई है और संक्रमण फैलने का खतरा मंडरा रहा है। लोगों का कहना है कि वे और उनके बच्चे लगातार बीमार पड़ रहे हैं, और यह स्थिति दिन-ब-दिन और भी भयावह होती जा रही है।

सिर्फ इतना ही नहीं, इस नर्सिंग होम में एक ऑक्सीजन प्लांट भी संचालित किया जा रहा है। इस प्लांट से निकलने वाली तेज आवाज़ से न केवल ध्वनि प्रदूषण हो रहा है, बल्कि कॉलोनीवासियों के मन में हर वक्त एक भय समाया रहता है—कि कहीं कोई बड़ा हादसा न हो जाए।
कॉलोनी की गलियां काफी संकरी हैं और यहां सिलेंडर ब्लास्ट जैसी घटना होने की स्थिति में अग्निशमन दल या एंबुलेंस का समय पर पहुंचना भी मुश्किल होगा। लोगों का कहना है कि यदि समय रहते कोई बड़ा हादसा घटता है तो उसकी जिम्मेदारी पूरी तरह नर्सिंग होम और प्रशासन की होगी।
जवाहरलाल मिश्रा ने बताया कि पिछले कई महीनों से कॉलोनीवासी इस मुद्दे को लेकर नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन और यहां तक कि राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों को भी लिखित शिकायत दे चुके हैं। कई बार टीम आई, निरीक्षण हुआ, परंतु आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
थक-हारकर कॉलोनीवासियों ने अब आमरण अनशन का मार्ग अपनाया है। सुबह से ही महिलाएं, बुजुर्ग, युवा और बच्चे भी अनशन स्थल पर जुट गए। हाथों में तख्तियां लिए ये लोग साफ संदेश दे रहे हैं—“अब और बर्दाश्त नहीं होगा।”
महिला प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए चिंतित हैं। एक प्रदर्शनकारी महिला ने कहा, “हम बच्चों को बाहर खेलने तक नहीं भेज सकते। नाले से बदबू आती है, मच्छर और कीड़े उड़ते हैं। अगर हमारी बात अब भी नहीं सुनी गई तो हम कलेक्टरेट जाकर धरना देंगे।”
कॉलोनी के अन्य निवासी भी बेहद आक्रोशित हैं। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन 48 घंटे के अंदर कार्रवाई नहीं करता तो वे जिला मुख्यालय के समक्ष सामूहिक भूख हड़ताल करेंगे और आंदोलन को जिले भर में फैलाएंगे।
वहीं प्रशासन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। कॉलोनीवासी प्रशासन से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप और नर्सिंग होम के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस आंदोलन को समर्थन दिया है। उनका कहना है कि भागलपुर जैसे शहरी क्षेत्र में यदि मेडिकल वेस्ट का इस तरह से निस्तारण किया जा रहा है, तो यह न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि जनता के स्वास्थ्य के साथ सीधा खिलवाड़ है।
अब देखना यह है कि प्रशासन इस आमरण अनशन को कितनी गंभीरता से लेता है और कब तक प्रभावित लोगों को न्याय मिलता है। फिलहाल मधु श्री कॉलोनी में हालात तनावपूर्ण हैं, और हर किसी की नजर प्रशासनिक प्रतिक्रिया पर टिकी हुई है।
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