बिहार के सिवान जिले में दरौंदा थाना क्षेत्र के सहायक अवर निरीक्षक अनिरुद्ध कुमार की 29 अक्टूबर 2025 की रात हुई निर्मम गला रेतकर हत्या ने पूरे जिले समेत पुलिस महकमे को हिलाकर रख दिया था। अपराधियों ने जिस तरीके से वारदात को अंजाम दिया, उसने क्षेत्र की कानून-व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए। हालांकि पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी के निर्देश पर गठित विशेष जांच दल (SIT) ने महज 48 घंटे के भीतर इस जघन्य हत्या की गुत्थी सुलझा ली और हत्या में शामिल 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
7 आरोपी गिरफ्तार, सभी ने किया अपराध कबूल
पुलिस अधीक्षक के आदेश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी महाराजगंज के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई। तकनीकी साक्ष्य, मोबाइल लोकेशन, स्थानीय मुखबिरों की सूचना और लगातार छापेमारी के बाद SIT ने सातों अभियुक्तों को दबोच लिया। पूछताछ में सभी आरोपियों ने ASI की हत्या में शामिल होने की बात स्वीकार की।
हत्या की जड़ में था ईर्ष्या और निजी रंजिश का विवाद
SIT जांच में बड़ा खुलासा हुआ है कि हत्या का मुख्य साजिशकर्ता इमरान अंसारी है, जो नेपाल के नेपालगंज का निवासी है। इमरान की पत्नी एक नर्तकी दल में काम करती है और ASI अनिरुद्ध कुमार से उसकी मोबाइल पर बातचीत होती थी। इसी बात को लेकर इमरान काफी समय से आगबबूला था।
दीपावली की रात इमरान, राहुल और ASI के बीच झड़प भी हुई थी। इस घटना के बाद इमरान ने राहुल कुमार और अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर साजिश रच डाली।
इसके तहत ASI को कार्यक्रम दिखाने के बहाने बुलाया गया, फिर सिरसाव के अरहर खेत में ले जाकर धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई। हत्या की क्रूरता देखकर पुलिस टीम भी स्तब्ध रह गई।
नेपाल से लेकर सिवान तक फैला अपराधी नेटवर्क
गिरफ्तार आरोपी इस प्रकार हैं—
इमरान अंसारी (नेपालगंज, नेपाल) – हत्या का मुख्य साजिशकर्ता
समीर इद्रीशी (बाके, नेपाल)
राहुल कुमार यादव (पिपरा, सिवान)
रंजन कुमार श्रीवास्तव (इनौली)
संदीप सिंह (पसनौली सागर)
कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है
यह भी सामने आया कि इन अपराधियों के कनेक्शन नेपाल से लेकर सिवान के कई इलाकों तक फैले हुए थे।
पुलिस ने मृतक का मोबाइल, चेन, ब्रेसलेट समेत अन्य सामान किया बरामद
छापेमारी के दौरान पुलिस ने मृतक ASI का
मोबाइल फोन
सोने की चेन
अंगूठी
चांदी का ब्रेसलेट
बरामद कर लिया।
परिजनों के आवेदन पर दरौंदा थाने में कांड संख्या 517/25 दर्ज कर लिया गया है, जिसमें BNS की गंभीर धाराएँ—
103(1)/238/61(2)/3(5)
साथ ही SC/ST एक्ट की धारा 3(2)(1) लागू की गई है।
पूरी पुलिस मशीनरी सक्रिय, फरार आरोपियों की तलाश जारी
छापेमारी अभियान में
SDPO महाराजगंज
दरौंदा थानाध्यक्ष
STF टीम
जिला आसूचना इकाई
सक्रिय रही। कई ठिकानों पर दबिश देकर आरोपियों को पकड़ा गया। पुलिस ने साफ किया है कि फरारों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
एसपी सिवान का कड़ा बयान
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी ने कहा—
“जघन्य अपराध में संलिप्त किसी भी अपराधी को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा। कानून के अनुसार कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।”
सिवान में ASI की हत्या और उसके बाद SIT की तेज कार्रवाई ने जहां जिले में राहत की भावना पैदा की है, वहीं इस पूरे मामले ने अपराधियों के व्यापक नेटवर्क और निजी रंजिशों के खतरनाक रूप को भी उजागर कर दिया है। पुलिस अब बाकी बचे लोगों की गिरफ्तारी और अदालत में सजा सुनिश्चित करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
