पटना जंक्शन का नाम सुनते ही जो एक चेहरा सबसे पहले सामने आता था, वह था धर्मनाथ यादव उर्फ धर्मा कुली। यह वही धर्मा है जिसने 2013 में पटना स्टेशन पर हुए आतंकी हमले के दौरान आतंकी इम्तियाज अंसारी को पकड़कर देशभर में सराहना पाई थी। रेलवे प्रशासन से लेकर आम लोगों तक ने उसे एक हीरो के रूप में देखा। लेकिन वही धर्मा अब कानून के शिकंजे में है। कभी साहसी कुली के तौर पर चर्चित रहे धर्मा पर अब गंभीर आरोप लगे हैं, जिनमें महिला आरपीएफ अधिकारी को धमकाना और अभद्र व्यवहार करना शामिल है।

दरअसल, हाल ही में पटना जंक्शन पर एक घटना घटी जब धर्मा के भतीजे रुपेश से ट्रेन में चेन पुलिंग करने के जुर्म में महिला आरपीएफ सब-इंस्पेक्टर ने ₹1,000 का जुर्माना वसूला। इसी बात से नाराज होकर धर्मा स्टेशन पर उक्त अधिकारी के पास जा धमका और न सिर्फ उसे धमकी दी, बल्कि उसके साथ आपत्तिजनक भाषा में बातचीत भी की। धर्मा ने धमकी देते हुए कहा, “फाइन की हो, हम तुमको छोड़ेंगे नहीं, दियारा में रहती हो, वहीं से उठवा लेंगे।” इस अभद्र व्यवहार और धमकी की शिकायत महिला अधिकारी ने जीआरपी थाने में दर्ज कराई।

शिकायत मिलते ही रेलवे और पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। जीआरपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए धर्मा को गिरफ्तार कर लिया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। जीआरपी थानाध्यक्ष राजेश कुमार सिन्हा के अनुसार, धर्मा पर पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं आरपीएफ थाना प्रभारी शंकर अजय पटेल ने बताया कि इस बार की घटना को रेलवे प्रशासन ने अत्यंत गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है, चाहे उसकी लोकप्रियता या पुराना रिकॉर्ड कुछ भी रहा हो।

धर्मा पर अन्य गंभीर आरोप भी सामने आए हैं। सूत्रों के अनुसार, वह लंबे समय से स्टेशन पर अन्य कुलियों से अवैध वसूली करता आ रहा था। कई कुलियों ने बताया कि वह रोज ₹20 से ₹50 तक वसूलता था और विरोध करने पर धमकी देता था। उसका दबदबा इतना था कि कई कुली वर्षों से दबाव में काम कर रहे थे। इस गिरफ्तारी के बाद स्टेशन पर एक राहत का माहौल है, खासकर उन कुलियों के बीच जो उसके अत्याचार से त्रस्त थे।

ध्यान देने वाली बात यह है कि 2013 की आतंकी घटना में मदद करने के बाद रेलवे ने धर्मा को सुरक्षा के लिए एक गार्ड दिया था और 2023 में बिहार सरकार ने उसे अतिरिक्त सुरक्षा के तहत एक और बॉडीगार्ड मुहैया कराया। एक सामान्य कुली जिसकी आमदनी ₹500 प्रतिदिन थी, वह दो सशस्त्र गार्ड के साथ घूमता था। यह विशेषाधिकार अब सवालों के घेरे में है। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि कानून सबके लिए बराबर है और महिला अधिकारी को धमकाना एक गंभीर अपराध है, जिसकी अनदेखी नहीं की जा सकती।

धर्मा कुली की कहानी इस बात की मिसाल है कि समाज में नायक बनने के बाद भी यदि कोई व्यक्ति अपने आचरण पर नियंत्रण नहीं रखता तो वह गिरावट की ओर बढ़ सकता है। एक समय जिस धर्मा को सुरक्षा का प्रतीक माना जाता था, अब वही स्टेशन के लिए खतरा बन चुका था। इस मामले ने साबित कर दिया है कि चाहे कोई कितना भी चर्चित क्यों न हो, महिला अधिकारियों के सम्मान और कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने पर सख्त कार्रवाई तय है। न्याय की यही सच्ची तस्वीर है।

अपना बिहार झारखंड पर और भी खबरें देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें

भागलपुर में आत्मा योजना की समीक्षा बैठक सम्पन्न, उप विकास आयुक्त ने योजनाओं के क्रियान्वयन में गति लाने के दिए निर्देश

सहरसा में बड़ी साजिश नाकाम: कार्बाइन और कारतूस के साथ युवक गिरफ्तार, पुलिस की सतर्कता से टली बड़ी वारदात

हमारे न्यूज़ चैनल की शक्ति और विश्वसनीयता के साथ, हमें आपके साथ आगे बढ़ने का गर्व होगा। अगर आप अपने व्यवसाय की गरिमा बढ़ाना और एक बड़े निर्माण में भागीदार बनना चाहते हैं, तो हमारे न्यूज़ चैनल के स्पॉन्सरशिप अवसर आपके लिए उपयुक्त हैं।हमारे साथ सहयोग करके, आप अपने व्यवसाय के प्रतिष्ठा और बढ़ावा प्राप्त कर सकते हैं। हमारे विशेषज्ञ रिपोर्टर टीम नवीनतम और ताजगी की खबरों का प्रसारण करती है और हमारे दर्शकों की आंतरदृष्टि में बदलाव लाती है।


हमारी प्रमुखताओं में विश्वसनीयता, विविधता और भारतीय मान्यताओं के साथीकृत खबरें शामिल हैं। हमें गर्व होगा यदि आप हमारे साथ जुड़कर आपके व्यवसाय के विकास में मदद कर सकें।जल्दी से संपर्क करें और हमारे स्पॉन्सरशिप अवसर का लाभ उठाएं! एक प्रमुख न्यूज़ चैनल के रूप में, हम आपके साथ साझेदारी का इंतजार कर रहे हैं। संपर्क सूत्र 7903381260

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *