बिहार के रोहतास जिले से एक और हैरान कर देने वाला लुटेरी दुल्हन का मामला सामने आया है। राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी कांड की चर्चा अभी खत्म भी नहीं हुई थी कि अब सासाराम में एक दूल्हे के साथ ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें एक फर्जी दुल्हन ने शादी के कुछ घंटे बाद ही टॉयलेट जाने के बहाने ढाई लाख रुपए लेकर चंपत हो गई। इस ठगी के पीछे एक संगठित गिरोह की आशंका जताई जा रही है, जिसमें दलाल, फर्जी रिश्तेदार और किराए की दुल्हन शामिल हैं।

### 💍 फर्जी शादी, असली धोखा
यह चौंकाने वाला मामला मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के कैलारस निवासी मोनू राज शिवहरे के साथ घटित हुआ। मोनू को शादी की चाहत थी, लेकिन उनके गांव में लड़कियों की कमी के चलते वे एक दलाल के संपर्क में आए। दलाल ने मोनू को बिहार के रोहतास जिले के तिलौथू की रहने वाली काजल कुमारी से शादी कराने का वादा किया। इसके लिए मोनू से ढाई लाख रुपये की मांग की गई, जिसे उन्होंने दलाल को कैश में दे दिया।
मोनू अपने भाई संजय शिवहरे के साथ बिहार के सासाराम पहुंचे। यहां धर्मशाला मोड़ स्थित एक धर्मशाला में मोनू और काजल की शादी करवाई गई। शादी बेहद साधारण तरीके से हुई और कुछ ही देर बाद नई नवेली दुल्हन टॉयलेट जाने की बात कहकर बाहर निकली और फिर वापस नहीं लौटी।
### 💨 कैसे हुई फरारी?
दुल्हन की फरारी के बाद धीरे-धीरे शादी में मौजूद बाकी सभी कथित रिश्तेदार भी गायब हो गए। मोनू और उनके भाई को तब समझ आया कि उनके साथ बड़ा धोखा हो चुका है। दुल्हन बनकर बैठी लड़की, चाची बनकर आशीर्वाद देने वाली महिला, और बाकी सभी रिश्तेदार दरअसल फर्जी थे। सभी किराए के लोग थे, जो शादी के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का हिस्सा थे।
### 🧑✈️ पीड़ित ने मांगा इंसाफ
शादी और दुल्हन के गायब होने के बाद मोनू राज शिवहरे और उनके भाई संजय शिवहरे ने सासाराम नगर थाने में लिखित शिकायत दी। मोनू ने बताया कि, “मेरे साथ धोखा हुआ है। लड़की से शादी के लिए ढाई लाख रुपये दिए, शादी हुई और चंद मिनट बाद ही वह भाग गई। होटल में ही मेरी शादी कराई गई थी और सारी औरतें एक-एक करके भाग निकलीं।”
### 👩 फर्जी चाची गिरफ्तार
शिकायत मिलते ही नगर थानाध्यक्ष राजीव रंजन राय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि सारा खेल सासाराम के तकिया मोहल्ले में किराए के मकान में रहने वाली एक महिला पिंकी देवी ने रचा था। वही शादी की पूरी स्क्रिप्ट की मास्टरमाइंड थी। पुलिस ने पिंकी देवी को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ जारी है।
थानाध्यक्ष के मुताबिक, “इस शादी में शामिल लड़की, उसकी मामी, चाची और बहन सभी फर्जी रिश्तेदार थीं। शादी के बाद दुल्हन और उसके तथाकथित परिवार के लोग फरार हो गए। यह एक संगठित गिरोह का हिस्सा लगता है जो मध्य प्रदेश जैसे राज्यों से लड़कों को शादी के नाम पर बुलाकर पैसे ऐंठता है।”
### 📞 भाई ने किया था विरोध
मोनू के भाई संजय ने बताया कि जब लड़की पसंद आई और ढाई लाख रुपये की मांग की गई तो उन्होंने अपनी बहन को फोन कर राय ली थी। बहन ने इस शादी से मना किया था, लेकिन दलाल की चिकनी-चुपड़ी बातों में आकर वे तैयार हो गए। संजय ने कहा, “हमने अपनी आंखों से लड़की देखी थी, हमें सब ठीक लगा। लेकिन ये गिरोह इतना शातिर था कि हमें एक पल के लिए भी शक नहीं हुआ।”
### 👮 पुलिस कर रही जांच
फिलहाल पुलिस ने मोनू की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है। पिंकी देवी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है और उससे मिली जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस को विश्वास है कि जल्द ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हो जाएगी और इस फर्जी शादी रैकेट का भंडाफोड़ होगा।
### 🧠 विशेषज्ञों की राय
सामाजिक कार्यकर्ताओं और पुलिस विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में कई बार युवाओं की शादी की मजबूरी और सामाजिक दबाव का फायदा उठाया जाता है। लड़कों की भावनाओं और उम्मीदों को ठगने के लिए ये गिरोह आधुनिक तकनीक और नकली पहचान पत्रों का इस्तेमाल करता है।
### 🔚 निष्कर्ष
इस घटना ने एक बार फिर से समाज में फैले शादी के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े की पोल खोल दी है। ऐसे मामलों में सावधानी बरतना और जांच-पड़ताल कर ही किसी भी बड़े फैसले पर पहुंचना बेहद जरूरी है। मोनू राज शिवहरे जैसे सैकड़ों युवक इन दलालों के जाल में फंसते जा रहे हैं, ऐसे में पुलिस की सख्ती और लोगों की जागरूकता ही इसका स्थायी समाधान हो सकती है।
अपना बिहार झारखंड पर और भी खबरें देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
सहरसा किलकारी बाल भवन में 3 से 22 जून तक रचनात्मक छुट्टियों का आयोजन