दीपावली पर्व को लेकर अग्निशमन विभाग पूरी तरह से सतर्क और तैयार है। लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए शुक्रवार को अग्निशमन विभाग की ओर से मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य आग लगने की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया और समन्वित कार्रवाई की क्षमता को परखना था।
मॉक ड्रिल का नेतृत्व अग्निशमन विभाग के पदाधिकारी नागेंद्र कुमार ने किया। उन्होंने बताया कि दीपावली के दौरान पटाखों और दीयों के अत्यधिक उपयोग से आगजनी की घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में विभाग का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि यदि किसी स्थान पर आग लगती है, तो टीम तुरंत मौके पर पहुंचकर उसे नियंत्रित कर सके और जन-धन की हानि को रोका जा सके।
ड्रिल के दौरान फायर ब्रिगेड की टीम ने अग्निशमन यंत्रों, हाई-प्रेशर वॉटर पंप, और रेस्क्यू उपकरणों का प्रदर्शन किया। कर्मियों ने यह दिखाया कि आग लगने की स्थिति में कैसे प्राथमिक प्रतिक्रिया दी जाती है, लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जाता है और जल स्रोतों का कुशल उपयोग कर आग पर नियंत्रण पाया जाता है। इस मौके पर विभाग के अधिकारियों ने आस-पास के दुकानदारों और स्थानीय नागरिकों को भी अग्नि सुरक्षा के बुनियादी उपायों की जानकारी दी।
नागेंद्र कुमार ने कहा कि दीपावली के दौरान विभाग का कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय रहेगा। किसी भी आगजनी या आपात स्थिति में लोग फायर ब्रिगेड के टोल फ्री नंबर 101 पर तुरंत कॉल कर सकते हैं। सूचना मिलते ही फायर टेंडर और बचाव दल तुरंत रवाना कर दिए जाएंगे। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे दीपावली पर पटाखे जलाते समय सावधानी बरतें, खुले स्थानों पर ही आतिशबाज़ी करें और बच्चों को बिना निगरानी के पटाखे न जलाने दें।
उन्होंने यह भी बताया कि शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाकों, बाजारों और पूजा पंडालों में फायर टीम की विशेष तैनाती की जाएगी ताकि किसी भी अप्रिय घटना पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। विभाग ने शहर के प्रमुख बाजारों में फायर एक्सटिंग्विशर और पानी के टैंकरों की व्यवस्था भी सुनिश्चित की है।
इस मॉक ड्रिल के माध्यम से अग्निशमन विभाग ने यह संदेश दिया कि दीपावली का पर्व खुशियों के साथ-साथ सुरक्षा और जागरूकता के साथ मनाया जाए।
