राज्य के प्रारंभिक से उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के लगभग 3.85 लाख नियोजित शिक्षकों की तबादला नीति तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दी गई है। सक्षमता पास नियोजित शिक्षक राज्यकर्मी के तौर पर नियुक्ति पत्र मिलने के बाद अभी जिस स्कूल में कार्यरत हैं, वहीं योगदान देंगे।
वर्तमान शिक्षक स्थानांतरण नीति को संशोधित कर और अधिक सरल बनाया जाएगा। सक्षमता परीक्षा के 5 चरण पूरे होने के बाद ही शिक्षकों की स्थानांतरण प्रक्रिया फिर से शुरू होगी। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने मंगलवार दोहपर विभागीय सभागार में प्रेस कांफ्रेंस कर तबादला नीति पर रोक लगाए जाने की जानकारी दी।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश के बाद शिक्षकों का स्थानांतरण स्थगित किया गया है। कुछ शिक्षक और शिक्षक संगठन इस नीति से संतुष्ट नहीं थे। इसके मद्देनजर संशोधित तबादला नीति तैयार होगी। इसका मकसद शिक्षकों को सुविधा देना है, उन्हें परेशान करना नहीं। नियोजित शिक्षकों को सक्षमता उत्तीर्ण होने के लिए पांच मौके दिए गए हैं। सक्षमता परीक्षा नहीं देने वाले शिक्षकों के मामले पर विभागीय कमेटी बनी है। यह कमेटी उनकी स्थिति देखेगी। राज्यकर्मी के तौर पर नया नियुक्ति पत्र मिलने के बाद नियोजित शिक्षकों की वरीयता प्रभावित होने से जुड़े सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि नियोजित शिक्षकों को एक साथ नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है, इसलिए उनकी वरीयता एक समान रहेगी।
1.19 लाख शिक्षकों को आज नियुक्ति पत्र
सक्षमतापरीक्षा पास 1.19 लाख शिक्षकों को बुधवार को नियुक्ति पत्र दिया जाएगा।
पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 200 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देंगे। जबकि 31 जिले और संबंधित प्रखंडों में संबंधित अधिकारी नियुक्ति पत्र देंगे। नियुक्ति पत्र मिलने के साथ ही शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा मिल जाएगा।