नवगछिया : जिले में बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से सतर्क और सक्रिय हो गया है। इसी क्रम में बुधवार की दोपहर जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत इस्माइलपुर-बिंद टोली के बीच स्थित स्पर संख्या सात व आठ के बीच तटबंध निर्माण व ऊंचीकरण कार्य का निरीक्षण किया। यह तटबंध 142 मीटर की लंबाई में बनाया जा रहा है, जो कि इस क्षेत्र के लिए बाढ़ सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कार्य की प्रगति, गुणवत्ता और समय-सीमा को लेकर संबंधित अधिकारियों से विस्तार से जानकारी ली। कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल नवगछिया गौतम कुमार ने डीएम को जानकारी दी कि वर्ष 2024 में आई बाढ़ के दौरान इस स्थल पर गंभीर टूटान हुआ था, जिससे हजारों की आबादी को खतरा उत्पन्न हो गया था। इसी कारण इस महत्वपूर्ण परियोजना को सरकार ने स्वीकृति प्रदान की और अब लगभग 33.5 करोड़ रुपये की लागत से इस तटबंध के निर्माण और ऊंचीकरण का कार्य कराया जा रहा है।
अभियंता ने बताया कि अब तक तटबंध की मिट्टी भराई, ऊंचीकरण और बोल्डर गैप रन का कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। केवल स्लोप निर्माण का कार्य शेष है, जिसे 28 जून तक पूरा करने की योजना है। हालांकि, डीएम ने निर्देश दिया कि इस कार्य को 25 जून तक हर हाल में पूरा कर लिया जाए ताकि बाढ़ आने से पहले स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि बाढ़ के समय किसी प्रकार की लापरवाही जानलेवा हो सकती है, इसलिए सभी संबंधित अधिकारी कार्य को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करें।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने निर्माण स्थल पर मौजूद अधिकारियों से कहा कि गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्य न केवल एक निर्माण परियोजना है, बल्कि यह लोगों की सुरक्षा और जीवन की रक्षा से जुड़ा मामला है, इसलिए इसे समयबद्ध ढंग से और पूर्ण पारदर्शिता के साथ पूरा किया जाए।
इस अवसर पर नवगछिया के एसडीओ ऋतुराज प्रताप सिंह, अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन कुंदन कुमार, बाढ़ नियंत्रण विभाग के अन्य अभियंता एवं संबंधित पदाधिकारी भी मौजूद थे। डीएम ने सभी को निर्देशित किया कि प्रतिदिन निरीक्षण कर कार्य की प्रगति की समीक्षा करें और किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तुरंत जिला स्तर पर सूचित करें।
गौरतलब है कि इस्माइलपुर और बिंद टोली जैसे गांव हर वर्ष बाढ़ से प्रभावित होते रहे हैं। गंगा नदी के किनारे बसे इन इलाकों में तटबंध ही एकमात्र सुरक्षा कवच होता है, जो बाढ़ के पानी को गांव में घुसने से रोकता है। पिछले वर्ष आई बाढ़ के कारण कई गांवों में पानी घुस गया था, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। अब इस बार प्रशासन पूरी तैयारी के साथ बाढ़ से पहले ही जरूरी कार्यों को पूरा कर लेना चाहता है।
स्थानीय ग्रामीणों ने भी तटबंध निर्माण कार्य को लेकर संतोष जताया और कहा कि अगर यह समय पर पूरा हो जाता है, तो उन्हें इस बार बाढ़ के समय राहत मिल सकती है। उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया कि भविष्य में भी ऐसे संवेदनशील स्थलों पर समय रहते ध्यान दिया जाए।
डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी का यह दौरा न केवल कार्य की समीक्षा तक सीमित रहा, बल्कि उन्होंने पूरे इलाके में बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर अधिकारियों को सजग रहने का संदेश भी दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी स्थिति में लोगों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा।
इस प्रकार बाढ़ से पहले तटबंध निर्माण की यह पहल नवगछिया के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकती है, यदि यह समयसीमा में पूरा हो जाए।
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