बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सभी दलों में टिकट बंटवारे की हलचल तेज हो गई है। राजधानी पटना में राजनीतिक दलों के कार्यालयों पर टिकट चाहने वाले समर्थकों की भारी भीड़ जुट रही है। इसी बीच, राबड़ी देवी के आवास पर भी आज बड़ी संख्या में समर्थक पहुंचे, जहाँ टिकट की मांग को लेकर नारेबाजी होती रही।
राबड़ी आवास पर आरजेडी की अहम बैठक आज दोपहर बुलाई गई है, जिसमें राज्य संसदीय बोर्ड और केंद्रीय संसदीय बोर्ड के सदस्य उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम मुहर लगाएंगे। बैठक में कई प्रमुख सीटों पर चर्चा होने की संभावना है, जिन पर टिकट को लेकर अंदरूनी असंतोष की स्थिति बनी हुई है।
इसी क्रम में, बड़हरा के पूर्व विधायक और आरजेडी नेता सरोज यादव के समर्थकों ने आज लालू यादव के आवास के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। समर्थकों ने पोस्टर लहराते हुए सरोज यादव को टिकट देने की मांग की और आरोप लगाया कि “उनका टिकट साजिश के तहत काटने की कोशिश की जा रही है।”
सरोज यादव ने मीडिया से कहा,
> “बरहड़ा सीट से मेरी जीत तय है, लेकिन पार्टी के अंदर कुछ लोग साजिश कर रहे हैं। अगर मुझे टिकट नहीं दिया गया, तो मैं निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूँ।”
> उन्होंने यह भी बताया कि तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद यादव से संपर्क की कोशिश की जा रही है, लेकिन बात नहीं हो पा रही है।
वहीं, जदयू कार्यालय में भी पिछले 10 दिनों से टिकट मांगने वालों की लंबी कतारें लगी हैं। जदयू, आरजेडी, कांग्रेस और अन्य दलों में टिकट वितरण को लेकर खींचतान जारी है।
एनडीए और महागठबंधन दोनों ही गठबंधनों में सीट शेयरिंग पर अब तक अंतिम फैसला नहीं हो सका है।
एनडीए में चिराग पासवान के कारण सीट शेयरिंग को लेकर पेंच फंसा हुआ है। हालांकि, भाजपा लगातार उन्हें मनाने की कोशिश कर रही है।
दूसरी ओर, महागठबंधन में कांग्रेस, वीआईपी और वामपंथी दलों के साथ तालमेल को लेकर मतभेद जारी हैं।
इस बीच, राजनीतिक दल बदलने की प्रक्रिया भी तेज हो गई है। जदयू के कई नेताओं के राजद में शामिल होने की चर्चाएँ हैं, जबकि कांग्रेस और आरजेडी के कुछ नेता भाजपा और जदयू का रुख कर रहे हैं।
पूर्णिया के पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा के जदयू छोड़कर आरजेडी में शामिल होने की तैयारी की चर्चा है। संतोष कुशवाहा ने 2014 में जदयू के टिकट पर जीत दर्ज की थी, जब पार्टी केवल दो सीटों पर विजयी रही थी।
हालांकि, 2024 लोकसभा चुनाव में हार के बाद उन्हें जदयू ने अब तक तवज्जो नहीं दी है। सूत्रों के अनुसार, वे धमदाहा सीट से राजद के टिकट पर मंत्री लेसी सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं।
इसके अलावा, पूर्व सांसद जगदीश शर्मा के पुत्र राहुल शर्मा भी जदयू से नाराज बताए जा रहे हैं और उनके राजद में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। राहुल शर्मा ने पिछली बार जहानाबाद लोकसभा सीट से टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने उन्हें मौका नहीं दिया।
बिहार की सियासत में टिकट वितरण और गठबंधन समीकरणों को लेकर जारी खींचतान से चुनावी माहौल गर्म हो चुका है। अब निगाहें राबड़ी आवास पर हो रही आज की बैठक पर टिकी हैं, जहाँ से कई सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय होने की संभावना है।
