अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भागलपुर में खेल भवन परिसर एक विशेष योग कार्यक्रम का साक्षी बना, जहाँ जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी की अगुवाई में जिले के वरीय पदाधिकारियों, खेल प्रेमियों, बच्चों और स्थानीय नागरिकों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। यह आयोजन न केवल योग के शारीरिक और मानसिक लाभों को रेखांकित करने वाला रहा, बल्कि युवाओं में मतदान जागरूकता फैलाने का भी माध्यम बना।

इस विशेष योग सत्र का संचालन योग गुरु अनिमेष और नन्हीं योग साधिका यशस्वी कश्यप ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रातःकालीन शांति मंत्रों और सूक्ष्म व्यायाम से हुई, जिसके बाद सभी प्रतिभागियों ने विभिन्न योगासनों और प्राणायामों का अभ्यास किया।
जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने योग की उपयोगिता पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि “योग सिर्फ एक शारीरिक कसरत नहीं, बल्कि यह एक जीवनशैली है। ईश्वर ने हमारे शरीर को अत्यंत लचीला बनाया है, लेकिन आधुनिक जीवनशैली, तनाव और असंतुलित खानपान के कारण हम इस लचीलापन को खोते जा रहे हैं। नियमित योगाभ्यास से न केवल यह लचीलापन वापस पाया जा सकता है, बल्कि शरीर और मन दोनों को स्वस्थ रखा जा सकता है।”
उन्होंने विशेष रूप से बच्चों और युवाओं को नियमित रूप से योग अपनाने की सलाह दी। जिलाधिकारी ने कहा कि अगर बचपन से ही योग को जीवन में शामिल किया जाए तो आने वाली पीढ़ी न केवल शारीरिक रूप से मजबूत बल्कि मानसिक रूप से भी अधिक सशक्त और स्थिर होगी। उन्होंने यह भी कहा कि “योग केवल भारत तक सीमित नहीं है, यह आज वैश्विक मंच पर अपनी उपयोगिता सिद्ध कर चुका है। इसका श्रेय ऋषि पतंजलि को जाता है जिन्होंने योगसूत्र के माध्यम से योग के वैज्ञानिक स्वरूप को व्यवस्थित किया।”
इस मौके पर जिलाधिकारी ने आगामी विधानसभा चुनाव 2025 को ध्यान में रखते हुए युवाओं को मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि “वोटर आईडी कार्ड केवल एक कागज़ का टुकड़ा नहीं, यह आपकी पहचान है, आपकी भागीदारी है लोकतंत्र में। 18 वर्ष की आयु पूरी करते ही हर युवा को मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाना चाहिए।” उन्होंने कहा कि हर वोट की कीमत होती है, और लोकतंत्र की मजबूती के लिए यह आवश्यक है कि हर मतदाता मतदान अवश्य करें।
कार्यक्रम में भाग लेने वाले अन्य अधिकारियों में अपर समाहर्ता (विधि व्यवस्था) महेश्वर प्रसाद सिंह, वरीय उप समाहर्ता मिथिलेश प्रसाद सिंह, संयुक्त निदेशक जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता, सदर अनुमंडल पदाधिकारी विकास कुमार, जिला खेल पदाधिकारी और अन्य विभागीय प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
सभी ने योग की उपयोगिता और इसके सामाजिक प्रभाव पर अपने विचार साझा किए और योग को जन-जन तक पहुँचाने की जरूरत पर बल दिया। उपस्थित लोगों ने कार्यक्रम के अंत में सामूहिक रूप से संकल्प लिया कि वे प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट योग करेंगे और अपने आस-पास के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।
इस आयोजन के माध्यम से भागलपुर ने यह संदेश दिया कि योग केवल शरीर की चपलता नहीं, बल्कि मानसिक स्थिरता, सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय जिम्मेदारी की भी प्रेरणा देता है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के इस अवसर ने नागरिकों को शारीरिक स्वास्थ्य और लोकतांत्रिक अधिकार—दोनों के प्रति सजग किया।
कार्यक्रम के समापन पर धन्यवाद ज्ञापन देते हुए आयोजकों ने सभी प्रतिभागियों और अधिकारियों का आभार प्रकट किया तथा भविष्य में ऐसे और कार्यक्रमों के आयोजन की बात कही।
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