परवत्ता थाना अंतर्गत जगतपुर गांव में कोरेक्स सीरप चोरी के आरोप को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि बात हथियार के भय और मारपीट तक पहुंच गई। इस संबंध में दीपक कुमार ने परवत्ता थाने में एक लिखित आवेदन देकर गांव के ही कुछ लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
दीपक कुमार के अनुसार, उसके छोटे भाई नीरज कुमार पर गांव के ही छोटू कुमार ने 70 पीस कोरेक्स सीरप चोरी करने का आरोप लगाया। इस आरोप के बाद गांव में तनाव का माहौल उत्पन्न हो गया। मामला सुलझाने के लिए अखिलेश यादव के घर पंचायती बुलाई गई थी, जिसमें दीपक कुमार स्वयं, उसका भाई नीरज कुमार, परिवार के सदस्य बादशाह कुमार, सूरज कुमार और मां पार्वती देवी शामिल हुए थे।
पंचायती के दौरान बातचीत की शुरुआत सामान्य तरीके से हुई, लेकिन थोड़ी ही देर में विवाद ने उग्र रूप ले लिया। दीपक कुमार का आरोप है कि उसी दौरान गांव के ही कुंदन यादव, छोटू कुमार, भोचन यादव और अजित यादव ने हथियार का भय दिखाते हुए उन सभी के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी और फिर मारपीट पर उतारू हो गए।
दीपक ने अपने आवेदन में कहा है कि उक्त आरोपितों ने न सिर्फ उनके साथ मारपीट की बल्कि मां पार्वती देवी को भी नहीं बख्शा। सभी को लाठी-डंडों से पीटा गया और जान से मारने की धमकी भी दी गई। घटना से पीड़ित पक्ष को गंभीर शारीरिक चोटें आईं।
घटना के बाद दीपक कुमार अपने घायल परिजनों के साथ थाने पहुंचा और आरोपितों के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए प्राथमिकी दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी गई है।
थानाध्यक्ष ने बताया कि प्राप्त आवेदन के आधार पर आरोपितों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। साथ ही यह भी बताया गया कि गांव में शांति बनी रहे, इसके लिए पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि कोई अन्य अप्रिय घटना न घटे।
कोरेक्स सीरप की चोरी का यह मामला अब पूरी तरह से आपराधिक विवाद में तब्दील हो गया है, जिसमें एक ओर चोरी का आरोप है तो दूसरी ओर पंचायती के दौरान हुई मारपीट और हथियार के भय का मुद्दा है।
गांव के लोग इस घटना से स्तब्ध हैं और कई लोग यह भी कह रहे हैं कि यदि समय रहते मामले को शांतिपूर्ण तरीके से न सुलझाया गया तो स्थिति और बिगड़ सकती है।
पुलिस ने दोनों पक्षों से पूछताछ शुरू कर दी है और जल्द ही सच्चाई सामने आने की बात कही है। इस मामले में यदि चोरी का आरोप झूठा साबित होता है, तो यह भी अपने आप में एक अलग कानूनी पहलू होगा।
फिलहाल गांव में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है और लोग प्रशासन से निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
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