बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। केंद्र और राज्य सरकार दोनों ताबड़तोड़ घोषणाओं में जुटी हैं। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार को 62,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास योजनाओं का तोहफ़ा दिया है। प्रधानमंत्री ने आज वर्चुअल माध्यम से बिहार के युवाओं से संवाद करते हुए कई बड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।

प्रधानमंत्री का यह कार्यक्रम न केवल चुनावी दृष्टि से अहम माना जा रहा है, बल्कि इसे बिहार के शिक्षा, रोजगार और तकनीकी विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया जा रहा है।

आईआईटी बिहटा और एनआईटी पटना का राष्ट्र को समर्पण

कार्यक्रम की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी ने आईआईटी बिहटा और एनआईटी पटना के नए परिसरों को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि ये संस्थान बिहार के युवाओं के सपनों को साकार करने का माध्यम बनेंगे। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने 5जी प्रयोगशालाओं (5G Labs) की भी शुरुआत की, जो आने वाले समय में छात्रों और तकनीकी संस्थानों के लिए नवाचार का केंद्र बनेंगी।

प्रधानमंत्री ने कहा,

> “बिहार के युवा अब देश नहीं, दुनिया का नेतृत्व करेंगे। नई तकनीक, नई सोच और नई ऊर्जा के साथ बिहार एक नए युग में प्रवेश कर रहा है।”

पीएम सेतु योजना और स्किल डेवलपमेंट पर फोकस


प्रधानमंत्री ने युवाओं के लिए पीएम सेतु योजना (PM SETU) की भी घोषणा की। इस योजना के तहत देशभर के 1,000 सरकारी आईटीआई को “हब एंड स्पोक मॉडल” में विकसित किया जाएगा।
इन संस्थानों में अत्याधुनिक उपकरण, डिजिटल लर्निंग सिस्टम और इनोवेशन सेंटर बनाए जाएंगे, ताकि युवाओं को आधुनिक तकनीक के अनुरूप कौशल मिल सके।

मोदी ने कहा कि यह योजना न केवल कौशल विकास (Skill Development) का माध्यम बनेगी बल्कि युवाओं के लिए रोजगार सृजन का भी बड़ा अवसर प्रदान करेगी।

1,200 वोकेशनल स्किल लैब की स्थापना

प्रधानमंत्री ने बताया कि 400 नवोदय विद्यालयों और 200 एकलव्य मॉडल आवासीय स्कूलों में 1,200 वोकेशनल स्किल लैब स्थापित की जाएंगी। इन लैबों में छात्रों को प्रायोगिक प्रशिक्षण मिलेगा, जिससे वे उद्योग जगत की मांग के अनुरूप कौशल प्राप्त कर सकेंगे।
इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण इलाकों के विद्यार्थियों को भी उच्च स्तरीय तकनीकी शिक्षा से जोड़ना है।

बिहार के युवाओं को ब्याज रहित ऋण

प्रधानमंत्री ने वर्चुअल कार्यक्रम में बिहार के युवाओं के लिए “नवोत्तरी मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना” की भी शुरुआत की।
इस योजना के तहत करीब 5 लाख स्नातक युवाओं को दो साल तक 1,000 रुपये प्रतिमाह की आर्थिक सहायता और कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
इसके अलावा, उच्च शिक्षा के लिए युवाओं को 4 लाख रुपये तक का ब्याज रहित ऋण (Interest-Free Loan) भी मिलेगा।

बिहार में युवा आयोग का गठन

युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक और अहम कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में संवैधानिक युवा आयोग (Youth Commission) के गठन की भी घोषणा की।
यह आयोग 18 से 45 वर्ष के युवाओं के हित में नीतियाँ बनाएगा और उनके कौशल, शिक्षा, और रोजगार से जुड़ी योजनाओं का मार्गदर्शन करेगा।
राज्य सरकार ने पहले ही इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी, जिसे अब प्रधानमंत्री ने औपचारिक स्वीकृति दी है।

कर्पूरी ठाकुर स्किल यूनिवर्सिटी की स्थापना

प्रधानमंत्री ने बिहार को एक और बड़ा तोहफ़ा देते हुए जननायक कर्पूरी ठाकुर स्किल यूनिवर्सिटी की स्थापना की घोषणा की।
इस विश्वविद्यालय में उद्योग आधारित पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे ताकि शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को पाटा जा सके।
इसके साथ ही पटना विश्वविद्यालय, भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय (मधेपुरा), जयप्रकाश विश्वविद्यालय (छपरा) और नालंदा खुला विश्वविद्यालय में अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं, हॉस्टल और नई शैक्षणिक सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
इन परियोजनाओं पर कुल 160 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है।

4,000 नए कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र

कार्यक्रम के दौरान बिहार सरकार ने 4,000 नए कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र भी वितरित किए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है—आने वाले महीनों में और भी नियुक्तियां की जाएंगी ताकि युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकें।

भाजपा ने कहा — बिहार का विकास, देश का विकास

भाजपा प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा,

> “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार और यहां के युवाओं की चिंता करते हैं। उनका मानना है कि बिहार के विकास के बिना देश का विकास संभ नहीं है। इसी सोच के तहत 62,000 करोड़ रुपये की योजनाओं का तोहफ़ा दिया गया है, खास तौर पर युवाओं के लिए।”

निष्कर्ष

विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री मोदी का यह कार्यक्रम बिहार की राजनीति में बड़ा संदेश देने वाला है। एक ओर यह युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस कदम है, वहीं दूसरी ओर यह चुनावी रणनीति का भी हिस्सा माना जा रहा है।
बिहार अब शिक्षा, तकनीक और रोजगार के क्षेत्र में एक नए विकास अध्याय की ओर बढ़ रहा है।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *