**भागलपुर (बिहार), सबौर थाना क्षेत्र** — शुक्रवार दोपहर भागलपुर जिले के सबौर थाना अंतर्गत बड़ी धनकर गांव में एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया। आम चुनने के लिए बगीचे में गए दो मासूम बच्चों की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई। मृत बच्चों की पहचान 10 वर्षीय आरभ और 12 वर्षीय अरशद के रूप में हुई है। आरभ, मो. बाबर का पुत्र था, जबकि अरशद, मो. मंजुर का बेटा था। दोनों बच्चे न सिर्फ एक ही गांव के थे, बल्कि गहरे मित्र भी थे और अक्सर साथ खेलते और घूमते थे।
घटना की जानकारी मिलते ही पूरे गांव में मातम पसर गया। बच्चों की मौत से सिर्फ उनके परिवार ही नहीं, बल्कि गांव के हर घर में गम और शोक की लहर दौड़ गई है। गांववालों का कहना है कि दोनों बच्चे बेहद होनहार और मिलनसार थे। गांव के स्कूल में पढ़ने वाले ये दोनों बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद में भी आगे थे।
### घटना का पूरा विवरण
शुक्रवार की दोपहर का वक्त था। मौसम सामान्य था, और बच्चों की छुट्टी भी हो चुकी थी। आरभ और अरशद गांव के पास स्थित आम के बगीचे में खेलने और कुछ कच्चे-पक्के आम तोड़ने के लिए गए थे। परिजनों के अनुसार, दोनों बिना किसी बड़े के साथ गए थे, क्योंकि यह आम बात थी कि बच्चे दोपहर में बगीचे में खेलने जाया करते थे।
लेकिन अचानक मौसम ने करवट ली। आसमान में बादल छा गए और गरज के साथ बारिश शुरू हो गई। इसी दौरान तेज आवाज के साथ आकाशीय बिजली गिरी, जिसने दोनों मासूमों की जान ले ली। जब काफी देर तक बच्चे घर नहीं लौटे, तो घरवालों को चिंता हुई और उन्होंने उनकी तलाश शुरू की।
### दिल दहला देने वाला दृश्य
जब परिजन और कुछ ग्रामीण बगीचे की ओर गए तो वहां का दृश्य दिल को झकझोर देने वाला था। दोनों बच्चे जमीन पर गिरे पड़े थे। उनके आसपास कई आम बिखरे हुए थे। उन्हें तुरंत गांव के लोगों ने पास के अस्पताल पहुंचाने का प्रयास किया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही सबौर थाना की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घटनास्थल का मुआयना किया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। स्थानीय पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मृतकों के परिजनों को सरकारी मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाएगी।
### गांव में मातम का माहौल
बड़ी धनकर गांव में शोक का माहौल छाया है दोनों बच्चों के घरों में कोहराम मचा है। परिजन बार-बार बेहोश हो जा रहे हैं। मोहल्ले के लोग परिजनों को ढांढस बंधाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इस हृदयविदारक हादसे से हर आंख नम है।
गांव की बुजुर्ग महिला शकीला खातून बताती हैं, “ऐसा मंजर पहले कभी नहीं देखा। दोनों बच्चे हमारे घरों की रौनक थे। खेलते-खेलते कितनी बार मेरे दरवाजे से पानी पी जाते थे। अब वो आवाजें हमेशा के लिए बंद हो गईं।”
### सरकारी सहायता और चेतावनी
प्रशासन की ओर से मृतक बच्चों के परिजनों को आपदा राहत कोष से चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की अनुशंसा की गई है। इसके अलावा, जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से ग्रामीणों को बारिश और बिजली के समय सतर्कता बरतने की अपील भी की गई है।
मौसम विभाग ने भी चेतावनी दी है कि आगामी कुछ दिनों में बिहार के कई हिस्सों में तेज बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। लोगों को खास तौर पर खेत, खुले मैदान और बगीचों में न जाने की सलाह दी गई है।
### निष्कर्ष
बड़ी धनकर गांव की यह घटना न सिर्फ एक पारिवारिक क्षति है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि मौसम की अनदेखी कितनी घातक हो सकती है। मासूम आरभ और अरशद की असमय मौत ने न सिर्फ दो परिवारों को उजाड़ा है, बल्कि पूरे गांव को गहरे शोक में डाल दिया है।
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