गर्मीगर्मी


भागलपुर में इस समय भीषण गर्मी का कहर लगातार जारी है। तापमान में दिन-ब-दिन इजाफा हो रहा है और सूरज की तपिश अब सुबह के वक्त भी लोगों को परेशान करने लगी है। जैसे ही सुबह की पहली किरण धरती पर पड़ती है, वैसे ही गर्म हवाओं का असर महसूस होने लगता है। हालात ऐसे बन गए हैं कि लोग जरूरी कामों के अलावा घरों से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं। शहर की सड़कों पर सुबह और दोपहर के समय आम दिनों की तुलना में काफी सन्नाटा देखने को मिल रहा है।

गर्मी


स्थानीय लोगों का कहना है कि सुबह आठ बजे के बाद ही धूप की तीव्रता इतनी बढ़ जाती है कि बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। चिलचिलाती धूप और लू के थपेड़ों ने लोगों की दिनचर्या पूरी तरह से बिगाड़ दी है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी इस गर्मी से बेहाल हैं। गर्म हवाओं का यह असर इतना जबरदस्त है कि लोगों की सेहत पर भी इसका बुरा असर पड़ने लगा है।

भागलपुर के कई इलाकों में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है, जबकि न्यूनतम तापमान भी सामान्य से ऊपर दर्ज किया जा रहा है। मौसम विभाग ने आगामी कुछ दिनों तक राहत की कोई उम्मीद नहीं जताई है। विभाग के अनुसार, अगले 3-4 दिनों में तापमान और भी अधिक बढ़ सकता है। इस चेतावनी के बाद से जिले के लोगों की चिंता और बढ़ गई है।

गर्मी की वजह से शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी और निजी दफ्तरों, दुकानों तथा बाजारों में भी उपस्थिति प्रभावित हुई है। कई स्कूलों ने बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए छुट्टियां घोषित कर दी हैं। वहीं दुकानदारों का कहना है कि दिन के समय ग्राहक नहीं आ रहे हैं, जिससे व्यापार पर भी असर पड़ रहा है। सरकारी कार्यालयों में भी कर्मचारियों की उपस्थिति में गिरावट देखी जा रही है।

स्वास्थ्य विभाग ने भी इस भीषण गर्मी को लेकर सतर्कता बरतने की सलाह दी है। विभाग की ओर से जारी दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि लोग दिन के समय घरों से बाहर न निकलें, विशेषकर 11 बजे से 4 बजे तक का समय सबसे खतरनाक बताया गया है। ज्यादा से ज्यादा पानी पीने, छाया में रहने और शरीर को हाइड्रेटेड रखने की सलाह दी गई है। साथ ही बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों के लिए विशेष सतर्कता बरतने की अपील की गई है।

भागलपुर के कुछ अस्पतालों में लू लगने और डिहाइड्रेशन से पीड़ित मरीजों की संख्या में इजाफा देखा गया है। डॉक्टरों का कहना है कि लंबे समय तक धूप में रहने से शरीर में पानी और नमक की कमी हो जाती है, जिससे चक्कर आना, उल्टी, सिर दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में जरूरत है कि लोग अपनी दिनचर्या को मौसम के अनुसार ढालें और सावधानी बरतें।

वहीं दूसरी ओर, आम जन अब सरकार से भी उम्मीद कर रहे हैं कि गर्मी से राहत के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। शहर में प्याऊ, टेंट या छांव की व्यवस्था की जाए ताकि राहगीरों को थोड़ी राहत मिल सके। जगह-जगह पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने की भी मांग उठ रही है।

फिलहाल मौसम का मिजाज देखकर यही कहा जा सकता है कि भागलपुर में गर्मी की मार अभी थमने वाली नहीं है। तेज धूप, गर्म हवाएं और आसमान से बरसती आग जैसी धूप ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। आने वाले दिनों में अगर बारिश नहीं हुई, तो स्थिति और गंभीर हो सकती है।

भागलपुर के लोगों को अब इस गर्मी से राहत के लिए सिर्फ मौसम के बदलने का इंतजार है, क्योंकि फिलहाल सूरज की तपिश किसी भी सूरत में कम होती नहीं दिख रही।

 

अपना बिहार झारखंड पर और भी खबरें देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें

भागलपुर में आत्मा योजना की समीक्षा बैठक सम्पन्न, उप विकास आयुक्त ने योजनाओं के क्रियान्वयन में गति लाने के दिए निर्देश

सहरसा में बड़ी साजिश नाकाम: कार्बाइन और कारतूस के साथ युवक गिरफ्तार, पुलिस की सतर्कता से टली बड़ी वारदात

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *