गंगागंगा


भागलपुर जिले के सुल्तानगंज प्रखंड के मसदी पंचायत में शुक्रवार को एक बेहद दर्दनाक हादसा सामने आया, जब उत्तरवाहिनी गंगा में स्नान करने के दौरान दो मासूम बच्चे डूब गए। हादसे के बाद पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि ये दोनों बच्चे गंगा स्नान के लिए मसदी घाट गए थे। नहाने के दौरान अचानक गंगा में एक जगह मिट्टी धंसने से दोनों बच्चे गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे।

घटना की जानकारी मिलते ही पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि सुभाष कुमार ने तुरंत प्रशासन को सूचना दी। सूचना मिलते ही अंचलाधिकारी (सीओ) रवि कुमार, वीडियो संजीव कुमार और थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। तत्परता दिखाते हुए उन्होंने एसडीआरएफ टीम को बुलवाया और स्थानीय नाविकों की मदद से बच्चों की खोजबीन शुरू करवाई गई।

गंगा



लगातार प्रयास के बाद स्थानीय नाविक शंकर कुमार की मदद से एक बच्चे का शव बरामद कर लिया गया है। डूबे हुए बच्चे की पहचान अंकेश कुमार (उम्र 12 वर्ष), पिता राकेश यादव, वार्ड संख्या 4, मसदी पंचायत निवासी के रूप में की गई है। अंकेश का शव बरामद कर पोस्‍टमॉर्टम के लिए भेजा जा रहा है। वहीं, दूसरे डूबे हुए बच्चे विशाल कुमार उर्फ पियूष कुमार (उम्र 14 वर्ष), पिता रोहन कुमार, निवासी वार्ड संख्या 1, मसदी पंचायत की खोजबीन अब भी जारी है।

प्रत्यक्षदर्शियों और परिजनों ने बताया कि दोनों बच्चे गंगा घाट पर स्नान करने गए थे, लेकिन घाट पर उचित सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी। न ही घाट की गहराई या धंसान की कोई चेतावनी लगी थी। नहाने के दौरान जब वे गहरे पानी में चले गए, तो स्थानीय लोग कुछ समझ पाते, तब तक वे पानी में डूब चुके थे।

जैसे ही यह खबर गांव में फैली, पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। बच्चों के घरों में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव के लोग भी इस दर्दनाक घटना से बेहद दुखी हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से घाट पर सुरक्षा इंतजाम की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

घटना की जानकारी मिलते ही जन संसद के संरक्षक अजीत कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर गहरा दुख जताया और सांत्वना दी। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि पीड़ित परिवारों को यथाशीघ्र मुआवजा और सहायता राशि उपलब्ध कराई जाए।

घटनास्थल पर मौजूद अधिकारी भी लगातार खोजबीन अभियान की निगरानी कर रहे हैं। थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार और वीडियो संजीव कुमार ने बताया कि एसडीआरएफ टीम की मदद से दूसरे बच्चे की तलाश जारी है और जल्द ही उसकी भी बरामदगी की उम्मीद है।

इस दुखद घटना ने इलाके को झकझोर कर रख दिया है। गंगा स्नान जैसे पावन कार्य के दौरान हुई इस अप्रत्याशित दुर्घटना ने दो परिवारों को गहरे शोक में डाल दिया है। स्थानीय लोग प्रशासन से घाट की सफाई, चेतावनी बोर्ड लगाने और सुरक्षा बंदोबस्त की मांग कर रहे हैं, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।

 

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