बिहपुर। बाढ़ से पूर्व गंगा और कोसी नदियों के तटबंधों को सुरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। मंगलवार से क्षेत्र के सभी चिन्हित कमजोर तटबंधों पर कटाव निरोधी कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। यह जानकारी जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बिहपुर विधायक एवं सत्तारूढ़ दल के सचेतक इंजीनियर शैलेंद्र को दी है।
मंत्री विजय चौधरी ने स्पष्ट किया कि राघोपुर से काजीकोरैया और नरकटिया से नन्हकार तक गंगा नदी के क्षतिग्रस्त तटबंधों के अलावा कोसी नदी के कालूचक और सिंहकुंड जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में भी मरम्मत एवं कटाव निरोधी कार्य तेजी से शुरू किया जाएगा। इन स्थानों पर पिछले कुछ वर्षों में बाढ़ के दौरान गंभीर क्षति हुई थी, जिससे क्षेत्रीय लोगों में भय और आशंका बनी हुई थी।
विधायक ने पटना में उठाया मुद्दा
सोमवार को पटना में विधायक ई. शैलेंद्र ने जल संसाधन मंत्री से मुलाकात कर तटबंधों की स्थिति और फ्लड फाइटिंग कार्य में हो रही देरी को लेकर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि मानसून कभी भी जोर पकड़ सकता है, ऐसे में समय रहते इन तटबंधों की मरम्मत जरूरी है ताकि जनजीवन सुरक्षित रहे। विधायक ने मांग की कि विभागीय मशीनरी को तुरंत सक्रिय किया जाए और तटबंधों की मरम्मत का कार्य युद्धस्तर पर शुरू कराया जाए।
विभाग ने दी कार्य की रूपरेखा
विधायक के प्रयासों और मंत्री के निर्देश के बाद जल संसाधन विभाग की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। विभाग के कार्यपालक अभियंता गौतम कुमार ने बताया कि मंगलवार से ही बिहपुर के दोनों प्रमुख तटबंधों पर मरम्मत कार्य प्रारंभ कर दिए जाएंगे। इसके लिए संबंधित ठेकेदारों को निर्देशित कर दिया गया है और आवश्यक सामग्री, मजदूर एवं मशीनरी को साइट पर भेजा जा चुका है।
उन्होंने कहा कि इस बार विभाग पहले से सतर्क है और मानसून पूर्व सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। गंगा और कोसी के जलस्तर में संभावित वृद्धि को देखते हुए विभाग की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं और फ्लड फाइटिंग के लिए पर्याप्त संसाधन जुटाए गए हैं।
तटबंध की मरम्मत से मिलेगा राहत
क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और आम जनता की लंबे समय से मांग रही है कि बाढ़ से पहले तटबंधों को सुदृढ़ किया जाए ताकि जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी होने पर कोई आपदा न उत्पन्न हो। इस वर्ष गंगा और कोसी दोनों नदियों में मानसून पूर्व ही जलस्तर में वृद्धि देखी जा रही है, जिससे निचले इलाकों में रहने वाले लोग चिंतित हैं।
विधायक शैलेंद्र ने लोगों को आश्वासन दिया है कि बाढ़ के पहले ही सभी जरूरी कार्य पूरे कर लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि गंगा और कोसी के कटाव से क्षेत्र की बड़ी आबादी प्रभावित होती है, ऐसे में सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए कि समय रहते इन तटबंधों को सुरक्षित कर लिया जाए।
निष्कर्ष
जल संसाधन मंत्री के निर्देश के बाद अब उम्मीद है कि बिहपुर सहित आसपास के क्षेत्रों के लाखों लोगों को तटबंधों की मजबूती से राहत मिलेगी। मानसून से पहले शुरू हो रहा यह कटाव निरोधी कार्य न केवल एक समयोचित निर्णय है बल्कि यह क्षेत्र की सुरक्षा एवं विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। लोगों ने विधायक शैलेंद्र के प्रयासों की सराहना करते हुए त्वरित कार्रवाई के लिए सरकार को धन्यवाद दिया है।
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