नवगछिया। नवगछिया बाजार के हड़िया पट्टी में हुए चर्चित व्यवसायी विनय गुप्ता हत्याकांड का पुलिस द्वारा त्वरित और प्रभावी खुलासा किए जाने के बाद इस कार्य में शामिल पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों को नवगछिया के पुलिस अधीक्षक (एसपी) द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर एसपी ने पूरे अनुसंधान दल की सराहना करते हुए कहा कि यह पुलिस विभाग के लिए गर्व का क्षण है कि इतने संवेदनशील मामले में महज चार दिनों के भीतर सभी अपराधकर्मियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
उल्लेखनीय है कि बीते सप्ताह नवगछिया बाजार के हड़िया पट्टी में अज्ञात नकाबपोश अपराधियों ने दिनदहाड़े व्यवसायी विपिन गुप्ता को गोली मार दी थी, जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। इस सनसनीखेज हत्या से पूरे क्षेत्र में तनाव और भय का माहौल व्याप्त हो गया था। घटना की गंभीरता को देखते हुए नवगछिया के एसपी ने विशेष टीम का गठन किया और अनुसंधान कार्य की निगरानी स्वयं की।
गठित टीम में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) ओम प्रकाश, प्रशिक्षु डीएसपी इश्तेखार अंसारी, इंस्पेक्टर पवन कुमार, थानाध्यक्ष रवि शंकर सिंह, नवगछिया थाना के अन्य अधिकारी एवं पुलिसकर्मी शामिल थे। इन सभी ने अत्यंत समर्पण और दक्षता से कार्य करते हुए तकनीकी साक्ष्यों, गुप्त सूचना और सघन छापेमारी के जरिए अपराधियों की पहचान की और उन्हें गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।
एसपी ने कहा कि पुलिस टीम ने न केवल वैज्ञानिक ढंग से अनुसंधान किया, बल्कि आम जनों का विश्वास भी पुनः बहाल किया। महज चार दिनों के भीतर कांड में संलिप्त सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजना पुलिस की तेज कार्रवाई और गंभीरता का प्रमाण है। यह पुलिस टीम के परिश्रम, अनुशासन और सामूहिक समर्पण का उत्कृष्ट उदाहरण है।
इस विशेष उपलब्धि के लिए एसपी ने मंगलवार को आयोजित एक कार्यक्रम में 16 पुलिस पदाधिकारियों और जवानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। प्रशस्ति पत्र प्राप्त करने वालों में एसडीपीओ ओम प्रकाश, प्रशिक्षु डीएसपी इश्तेखार अंसारी, पुलिस उपाधीक्षक (प्रशिक्षु) इंस्पेक्टर पवन कुमार, नवगछिया थानाध्यक्ष रवि शंकर सिंह सहित नवगछिया थाना के कई अन्य पुलिसकर्मी शामिल हैं।
कार्यक्रम के दौरान एसपी ने कहा कि ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई और सटीक अनुसंधान से जनता का पुलिस पर विश्वास बढ़ता है और अपराधियों में डर कायम होता है। उन्होंने आगे कहा कि भविष्य में भी ऐसे ही समर्पण और प्रोफेशनलिज्म की अपेक्षा है, जिससे अपराध नियंत्रण के साथ-साथ सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
सम्मान समारोह में पुलिस विभाग के अन्य अधिकारी, मीडिया प्रतिनिधि एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे। उन्होंने पुलिस टीम की तत्परता की प्रशंसा की और इस तरह की कार्रवाई को कानून व्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत बताया।
इस सम्मान के बाद पुलिस महकमे में उत्साह का माहौल है और यह कार्य अन्य पुलिस कर्मियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बना है। विनय गुप्ता हत्याकांड में हुई त्वरित कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि ईमानदारी, रणनीति और टीमवर्क से किसी भी चुनौती का समाधान संभव है।
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