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 अहमदाबाद – अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया के विमान की दुर्घटना ने पूरे देश को गहरे सदमे में डाल दिया है। इस बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री, 2 पायलट और 10 क्रू मेंबर शामिल थे। हादसे के बाद देशभर में लोगों की दुआएं जारी हैं, लेकिन एविएशन विशेषज्ञों का मानना है कि इतने गंभीर हादसे में किसी की जान बचना चमत्कार से कम नहीं होगा।

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कैसे हुआ हादसा? केवल 8 मिनट में खत्म हो गया सफर

गुरुवार को दोपहर 1:30 बजे विमान ने अहमदाबाद एयरपोर्ट के रनवे से टेकऑफ किया। 1:38 बजे विमान हवा में था, और उसने समुद्र तल से करीब 625 फीट की ऊंचाई हासिल की। अहमदाबाद एयरपोर्ट समुद्र तल से लगभग 200 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, इस हिसाब से विमान हवा में करीब 400 फीट की ऊंचाई पर था। लेकिन टेकऑफ के एक मिनट बाद ही विमान का सिग्नल एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से कट गया और 1:39 बजे यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

दुर्घटना का संभावित कारण: बैलेंस और तकनीकी गड़बड़ी

एविएशन विशेषज्ञ डॉ. वंदना सिंह के अनुसार, शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि लॉर्ड फैक्टर में मिलान की गणना में चूक हो सकती है। इसके अलावा, लैंडिंग गियर भी ठीक से बंद नहीं हुआ था। एक पहिया नजदीकी इमारत में फंसा हुआ पाया गया, जिससे संकेत मिलता है कि टेकऑफ के वक्त विमान असंतुलित था। इस असंतुलन के कारण पायलट को विमान नियंत्रण में लाने का समय नहीं मिल सका।

अगर ऊंचाई मिलती, तो हो सकती थी बचाव की कोशिश

विशेषज्ञों का मानना है कि यदि विमान समुद्र तल से लगभग 35,000 फीट की ऊंचाई तक पहुंच चुका होता, तो पायलट और क्रू को इमरजेंसी हैंडल करने के लिए पर्याप्त समय मिल सकता था। लेकिन इस स्थिति में पायलट के पास महज एक मिनट का ही समय था, जो बेहद कम था।

अंतरराष्ट्रीय यात्रियों से भरा था विमान

इस विमान में 52 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक भी सवार थे। इसके अलावा कई भारतीय प्रवासी भी थे जो लंदन में अपने परिवार से मिलने जा रहे थे। हादसे के बाद लंदन स्थित भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए हैं और पीड़ितों के परिवारों को संपर्क में रखा जा रहा है।

देशभर में शोक और प्रार्थनाएं

जैसे ही दुर्घटना की खबर आई, सोशल मीडिया से लेकर धार्मिक स्थलों तक लोगों ने हादसे में सवार लोगों की सलामती की दुआएं शुरू कर दीं। प्रधानमंत्री कार्यालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं।

निष्कर्ष: हादसा या लापरवाही – जवाब तलाशेगा ब्लैक बॉक्स

फिलहाल विमान का ब्लैक बॉक्स खोजा जा रहा है, जिससे इस हादसे की असली वजह सामने आ सके। विशेषज्ञों का कहना है कि बिना जांच रिपोर्ट के कुछ भी तय कर पाना जल्दबाज़ी होगी, लेकिन टेकऑफ के ठीक बाद हुए इस हादसे ने एविएशन सुरक्षा मानकों पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।

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