मालदा (पश्चिम बंगाल):
मानव तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन एएएचटी (Action Against Human Trafficking) के तहत मालदा मंडल पूर्व रेलवे की आरपीएफ टीम को बड़ी सफलता मिली है। मंगलवार सुबह साहिबगंज रेलवे स्टेशन पर अभियान चलाकर आठ नाबालिग बच्चों (सात लड़के और एक लड़की) को तस्करी से बचाया गया। इस दौरान एक मानव तस्कर को भी गिरफ्तार किया गया।
आरपीएफ की टीम ने बताया कि सुबह करीब 5 बजे नियमित जांच के दौरान स्टेशन के पोर्टिको क्षेत्र में कुछ बच्चों के समूह को संदिग्ध स्थिति में बैठे देखा गया। पूछताछ में बच्चों ने बताया कि उन्हें दिल्ली घरेलू कार्य के लिए ले जाया जा रहा था।
इस दौरान टीम ने एक व्यक्ति की पहचान की, जिसका नाम चम्बरा पहाड़िया (आयु 23 वर्ष, निवासी – पाकुड़ जिला) है। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह इन बच्चों को दिल्ली में काम कराने के लिए ले जा रहा था और वहां के नियोक्ताओं से कमीशन प्राप्त करता था।
आरपीएफ ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को मौके से गिरफ्तार किया और सभी बच्चों को सुरक्षित रूप से रेस्क्यू किया। इसके बाद आरोपी और बच्चों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए जीआरपी/साहिबगंज को सौंप दिया गया।
बच्चों की देखभाल और पुनर्वास के लिए जिला बाल संरक्षण इकाई को सूचना दी गई। जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी पूनम कुमारी ने बताया,
> “सभी बच्चों की काउंसलिंग की जा रही है। उनके अभिभावकों को बुलाकर उन्हें सुरक्षित रूप से सौंपा जाएगा। साथ ही, उन्हें सरकारी योजनाओं के तहत सहायता और लाभ भी प्रदान किया जाएगा।”
आरपीएफ अधिकारियों ने कहा कि ऑपरेशन एएएचटी के तहत इस तरह के अभियान लगातार चलाए जा रहे हैं, ताकि रेलवे मार्गों के माध्यम से होने वाली बाल तस्करी पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सके।
(यह अभियान रेलवे सुरक्षा बल की सामाजिक प्रतिबद्धता का हिस्सा है, जिसके तहत मानव तस्करी से जुड़े मामलों पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई गई है।)
