रोहतास में दो फर्जी आईपीएस गिरफ्तार, थानेदार को धमकाने का मामला
बिहार के रोहतास में पुलिस ने दो युवकों को फर्जी आईपीएस अधिकारी बनकर धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया है। मामला इंद्रपुरी थाना क्षेत्र का है, जहां 6 अगस्त को थानाध्यक्ष माधुरी कुमारी के सरकारी मोबाइल पर एक कॉल आया। फोन करने वाले ने खुद को वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी बताते हुए एक केस के अनुसंधान को मनमाफिक दिशा देने का दबाव बनाया।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की। छानबीन में पता चला कि आरोपी आरा निवासी प्रदीप पांडे और बक्सर निवासी मनीष पांडे हैं। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि वे कई बार बड़े अधिकारियों के नाम पर सिविल अफसरों और पुलिसकर्मियों को धमकाकर गलत काम करवाते थे। यहां तक कि आर्मी ऑफिसर बनकर भी उन्होंने कई जगह फोन कर इसका दुरुपयोग किया।
डेहरी एएसपी अतुलेश झा ने बताया कि आरोपी एक संगठित गिरोह का हिस्सा हैं, जो अधिकारियों और विभागीय प्रमुखों का रूप धारण कर लोगों को धमकाते हैं। यह गिरोह केस में पैरवी कराने, अनुसंधान प्रभावित करने और सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर पैसों की ठगी करता है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी जारी है।
थानाध्यक्ष माधुरी कुमारी ने कहा कि आरोपी जिस आत्मविश्वास और भौकाल में बात कर रहे थे, उसमें कोई भी धोखा खा सकता था, लेकिन पुलिस की सतर्कता से उनका खेल खत्म हो गया। दोनों को हवालात भेज दिया गया है और उनके आपराधिक इतिहास की भी जांच हो रही है