भागलपुर नवगछिया के हरनाथचक में रंगरा के मां दुर्गा तेतरी हेल्थ केयर में इलाज के दौरान गर्भवती और पेट में पल रहे बच्चे दोनों की मौत हो गई.
वही कथित क्लीनिक के सामने शव को रख कर परिजनों ने 2 घंटे तक हंगामा किया घटना की सूचना मिलते ही नवगछिया एवं रंगरा थाना की पुलिस मौके पर पहुंच गई है मौके पर खतरा देख कथित क्लीनिक के स्टाफ और मालिक,कार्यरत कर्मी नर्स व कंपाउंडर हेल्थकेयर में ताला लगा फरार हो गए घटना की सूचना पर रंगरा व नवगछिया पुलिस पहुंची और मामले की जानकारी ली आपको बता दे कि दरअसल, खरीक थाना के कृष्ण कुमार की पत्नी सुनैना देवी को रंगरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से चिकित्सक ने अनुमंडल अस्पताल रेफर कर दिया
जब गर्भवती अनुमंडल अस्पताल पहुंची तो उसके मायके रंगरा के गांव की आशा कार्यकर्ता रेखा देवी उस मिल गई रेखा ने सुनैना को निजी क्लीनिक में इलाज कराने की सलाह दे दी इसके बाद सुनैना की मा रंजू देवी व परिजन नॉर्मल डिलीवरी कराने व एमबीबीएस डॉक्टर के होने की शर्त पर मां दुर्गा तेतरी हेल्थ केयर सेंटर में पहुंची यह हेल्थ सेंटर मकनपुर चौक हरनाथ चौक के पास श्रीकांत शाह के मकान में चलता है.सेंटर में गर्भवती का इलाज शुरू हुआ कूछ देर बाद उसकी स्थिति में बिगड़ने पर कंपाउंडरों ने बताया कि ऑपरेशन करना पड़ेगा।
इसके लिए 30 से 35 हजार रुपए लगेंगे परिजनों हामी भरी लेकिन तब तक प्रसूता की मौत हो चुकी थी यह देख हेल्थ केयर के कर्मियों ने परिजनों को विश्वास में लेकर मायागंज के लिए रेफर कर दिया जब परिजन प्रसूता को एंबुलेंस में चढ़ाने लगे तो उन्हें महिला के शरीर में सुगबुगाहट नहीं होते देख शक हो गया। इसके बाद उनका गुस्सा फूट गया परिजनों का आरोप था कि हेल्थ सेंटर के कर्मचारियों ने उसे सही जानकारी नहीं दी परिजनों ने बताया कि सुनैना की शादी 4 वर्ष पूर्व हुई थी।
काफी मन्नत के बाद इसे बच्चा होना था। उधर, नवगछिया अनुमंडल पदाधिकारी ने नवगछिया प्रखंड विकास पदाधिकारी व नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के डीएस डॉक्टर वरुण कुमार को जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया कथित क्लीनिक (जहां घटना हुई) स्थित बोर्ड में नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक का नाम अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक बोले- एक नाम के होते है कई लोग क्लीनिक के बाहर डॉक्टर के लगे साइन बोर्ड में नवगछिया अनुमंडल अस्पताल की उपाधीक्षक डॉक्टर वरुण कुमार का भी नाम अंकित था उधर, उपाधीक्षक का कहना था कि एक नाम कई व्यक्ति होते हैं डॉक्टर वरुण से जब यह सवाल किया गया कि इस फर्जी क्लिनिक में आपका नाम भी बोर्ड में अंकित है
तो उन्होंने इस बात से साफ इनकार कर दिया कहा कि एक नाम के कई आदमी होते हैं जरूरी नहीं है कि यह मेरा ही नाम हो जब उन्हें यह कहा गया कि उसमें आपका ही पद और नाम लिखा हुआ है तब उन्होंने इस सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया मामले की जांच थाना पुलिस और अनुमंडल अस्पताल के डीएस ही करेंगे नवगछिया एसडीओ ऋतुराज प्रताप सिंह को जब पत्रकार ने कॉल कर जानकारी दी तो उन्होंने कहा कि मामले की जानकारी हो गई है जांच के लिए अनुमंडल अस्पताल के डीएस और थाना को कहा गया है
जब उन्हें यह कहा गया कि क्लीनिक के बोर्ड में अनुमंडल अस्पताल के डीएस का ही नाम अंकित है तो उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है पूरा मामले पर नजर है कोई भी इसमें बचेगा नहीं। देर रात रंगरा थाना पुलिस ने शव को नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है पिता के आवेदन पर केस दर्ज किया जा रहा है.