पूर्व उपमुख्यमंत्री भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि भाजपा को दो बार धोखा देने वाले जदयू के लिए अब पार्टी के दरवाजे बंद हैं।
राजद और कांग्रेस पर दबाव बनाने के लिए जदयू अक्सर हवा में पलटी मारने की कलाबाजी दिखाते रहता है।
सोमवार को जारी बयान में उन्होंने कहा कि भाजपा-जदयू की सरकार के समय पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पटना में स्थापित की गई थी।
मुख्यमंत्री के वहां आकर पुष्पांजलि अर्पित करने पर हमें कोई आपत्ति नहीं, लेकिन इससे कोई कयास लगाने की जरूरत नहीं।
वर्ष 2000 में जदयू के 35 और भाजपा के 65 विधायक थे।
इसी तरह 2020 के चुनाव में जदयू के 44 के मुकाबले भाजपा के 75 विधायक बने।
20 साल में दो बार भाजपा ने अधिक सीटें जीतने के बाद भी नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया और बदले में दो विश्वासघात झेले।
उन्होंने कहा कि अब जदयू न तो भरोसा करने लायक है और न उनके पास कोई जनाधार बचा है। वह वोट ट्रांसफर कराने की क्षमता खो चुका है। जदयू को एनडीए में वापस लेने का कोई प्रश्न ही नहीं है।