प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक बनने के सपने को लेकर b.Ed की तैयारी करने वाले छात्रों को करारा झटका लगा है। पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने जो आदेश जारी किया था। उसके बाद अब बिहार लोक सेवा आयोग ने शिक्षक भर्ती प्रतियोगिता परीक्षा 2023 के जरिए प्राथमिक शिक्षक बनने की राह पर खड़े बीएड पास अभ्यर्थियों को करारा झटका लगा है। वहीं डीएलएड या बीटीसी या बीएसटीसी पास अभ्यर्थियों की मौज हो गई है।

दरअसल, कुछ दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान शिक्षक भर्ती मामले में आदेश दिया है कि- प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए बीएड पास योग्य नहीं माने जाएंगे। इसके बाद से बीपीएससी शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों पर भी आशंका के बादल मंडरा रहे थे। लेकिन, लोक सेवा आयोग ने कहा था कि अभ्यर्थी को एग्जाम देना चाहिए। जसिके बाद बड़ी संख्या में अभ्यर्थी एग्जाम में शामिल हुए थे। हालांकि, अब सुप्रीम कोर्ट ने बिहार सरकार को उनके तरफ से सुनाए गए आदेश को मानने को कहा है। लिहाजा यह साफ है कि बीएड वाले अभ्यर्थी प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए योग्य नहीं जाएंगे।

मालूम हो कि, बीपीएससी की ओर से राज्य में प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों शिक्षकों के 1.70 लाख पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया है। प्राथमिक शिक्षक पदों की बात करें तो इनकी संख्या 79943 है। खास बात यह है कि प्राथमिक पदों के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों में ज्यादातर बीएड पास भी अभ्यर्थी थे। लेकिन,अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इन अभ्यर्थियों के बाहर होने से डीएलएड वालों को शिक्षक बनने क राह आसान हो जाएगी। साथ अब कटऑफ में भी गिरावट हो सकती है। जिससे अधिकांश डीएलएड वाले अभ्यर्थी प्राथमिक शिक्षक आसानी से बन जाएंगे।

आपको बताते चलें कि, उच्च माध्यमिक (कक्षा 11, 12) के 57616 पद, माध्यमिक (कक्षा 09, 10) के लिए 5425 पद, प्राथमिक शिक्षक के 79943 पद और उच्च प्राथमिक शिक्षक के 32916 पदों पर नियुक्ति की जाएगी। बीपीएससी शिक्षक भर्ती प्रतियोगिता परीक्षा 2023 का आयोजन 24, 25 और 26 अगस्त 2023 को राज्यभर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों में किया गया था। माध्यमिक और उच्च माध्यमिक के अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन भी 4 सितंबर से शुरू हो चुका है

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