बिहार के नालंदा जिले से इन दिनों शादी के सीजन के बीच एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जो अब पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। यह मामला नालंदा जिले के सिलाव थाना क्षेत्र का है, जहां एक युवती की शादी 7 मई को होनी थी। शादी की सारी तैयारियां पूरी थीं। वधु पक्ष ने बारातियों का गर्मजोशी से स्वागत किया, मेहमानों का सत्कार हुआ, खाने-पीने की व्यवस्था से लेकर विवाह स्थल की सजावट तक सब कुछ भव्य तरीके से किया गया था। लेकिन सारी खुशियों पर उस समय पानी फिर गया जब जयमाला के दौरान दूल्हे की एक हरकत ने दुल्हन को इतना आहत कर दिया कि उसने शादी से साफ इनकार कर दिया।
**कैसे शुरू हुआ विवाद?**
विवाह के दिन सारी रस्में सामान्य रूप से हो रही थीं। बारात नूरसराय थाना क्षेत्र से आई थी। जयमाला के समय दूल्हा स्टेज पर पहले से मौजूद था और दुल्हन का इंतजार कर रहा था। जब दुल्हन अपनी सहेली के साथ जयमाला लेकर स्टेज पर पहुंची, तो उसने जैसे ही दूल्हे को देखा, वह ठिठक गई। दरअसल, दूल्हे के हाथ-पैर बुरी तरह कांप रहे थे। यह देखकर दुल्हन चौंक गई और आश्चर्य में पड़ गई कि ऐसा क्या हुआ जो दूल्हे की यह हालत हो गई।
**दूल्हे की आदत का खुलासा**
दुल्हन को दूल्हे की इस हालत पर संदेह हुआ, और उसने शादी से इनकार कर दिया। जब परिजनों और रिश्तेदारों ने दुल्हन को समझाने की कोशिश की, तब वह अपने कमरे में चली गई और किसी भी तरह की शादी की रस्में पूरी करने से इंकार कर दिया। मामला बिगड़ता देख बारात में आए कई लोग धीरे-धीरे विवाह स्थल से खिसकने लगे। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि पुलिस को बुलाना पड़ा। सिलाव थाना पुलिस ने मौके पर पहुंच कर दूल्हे और उसके परिवार को थाने ले आई।
**थाने में खुला सच्चाई का राज**
सिलाव थाना में पूछताछ के दौरान दूल्हे के पिता ने जो खुलासा किया, वह और भी चौंकाने वाला था। उन्होंने बताया कि उनका बेटा काफी समय से गांजा पीने का आदी है। यदि उसे समय पर गांजा नहीं मिले, तो उसके हाथ-पैर कांपने लगते हैं और वह असहज हो जाता है। यह सुनते ही वधु पक्ष और दुल्हन का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। दुल्हन के माता-पिता ने तुरंत शादी से इंकार कर दिया और कहा कि वे अपनी बेटी की शादी किसी नशेड़ी से नहीं कर सकते।
**सामान की वापसी की मांग**
लड़की पक्ष ने थाने में यह भी मांग रखी कि तिलक और अन्य रस्मों के दौरान जो भी सामान लड़के वालों को दिया गया था, उसे वापस लौटाया जाए। पुलिस की मध्यस्थता से यह सारा सामान बिना किसी विवाद के वापस कर दिया गया। इस दौरान थानाध्यक्ष मो. इरफान खान ने दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की, लेकिन दुल्हन और उसके परिजन अपने फैसले पर अडिग रहे।
**पुलिस का क्या कहना है?**
सिलाव थानाध्यक्ष मो. इरफान खान ने मीडिया को बताया कि यह मामला पूरी तरह पारिवारिक है और दोनों पक्षों की सहमति से सुलझा लिया गया है। उन्होंने बताया कि लड़की और उसके परिवार वालों ने स्पष्ट रूप से शादी से इनकार कर दिया है और लड़के वालों ने भी शादी टूटने के फैसले को मान लिया है। चूंकि किसी भी पक्ष ने लिखित शिकायत नहीं दी, इसलिए कोई केस दर्ज नहीं किया गया है। दूल्हे को उसके पिता के साथ वापस भेज दिया गया है।
**सामाजिक संदेश**
इस घटना ने समाज को एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि नशे की लत न केवल व्यक्तिगत जीवन को तबाह करती है, बल्कि पूरे परिवार की इज्जत और भावनाओं पर भी असर डालती है। आज के दौर में जहां शिक्षा और जागरूकता बढ़ रही है, वहीं ऐसे मामलों का सामने आना यह भी दिखाता है कि शादी जैसे पवित्र बंधन में किसी भी तरह की लापरवाही या सच्चाई छुपाना भारी पड़ सकता है।
इस घटना से एक अहम संदेश निकलता है — नशा सिर्फ शरीर ही नहीं, रिश्ते भी तोड़ देता है
