बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, और जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे सियासी गर्मी बढ़ती जा रही है। इसी माहौल में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा से बड़ा सियासी हमला बोला। लालू यादव ने खुलकर कहा कि इस बार हर हाल में उनके बेटे तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाना है।
लालू की हुंकार – इस बार तेजस्वी को बनाना है सीएम
नालंदा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए लालू यादव ने कहा कि अब समय आ गया है कि सभी लोगों को एकजुट होकर अपनी सरकार बनानी होगी। उन्होंने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि अब बिहार को एक नई दिशा देने की जरूरत है और इसके लिए तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाना जरूरी है।
लालू यादव ने खुद को संघर्षशील नेता बताते हुए कहा कि उन्होंने कभी किसी के सामने सिर नहीं झुकाया और न ही आगे झुकाएंगे। उन्होंने जनता से अपील की कि वे राजद के पक्ष में मजबूती से खड़े हों और बिहार में सत्ता परिवर्तन लाने में मदद करें।
बीजेपी का पलटवार – जंगलराज के युवराज को बिहार नहीं अपनाएगा
लालू यादव के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जोरदार पलटवार किया है। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर कुमार मिश्र ने कहा कि लालू यादव और तेजस्वी यादव जैसे लोग सिर्फ सत्ता पाने की कोशिश में हैं, लेकिन बिहार की जनता उन्हें अच्छी तरह जानती है। उन्होंने लालू परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि “चोर को जोर से बोलने से उसकी बेगुनाही साबित नहीं हो जाती।”
बीजेपी नेता ने तेजस्वी यादव को “जंगलराज के युवराज” कहते हुए कहा कि उनकी छवि कभी नहीं बदल सकती। उन्होंने कहा कि भले ही तेजस्वी यादव लाख कोशिश कर लें, लेकिन जनता उन्हें स्वीकार करने वाली नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव केवल तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं और उनका असली उद्देश्य सिर्फ सत्ता हासिल करना है, जनता की भलाई नहीं।
बिहार में चुनावी संग्राम तेज
बिहार में इस बार के विधानसभा चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाले हैं। एक तरफ लालू यादव अपनी पार्टी के लिए पूरी ताकत झोंक रहे हैं और अपने बेटे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की कोशिश में जुटे हैं, वहीं बीजेपी लगातार राजद के खिलाफ हमलावर है।
बीजेपी का कहना है कि लालू यादव के शासनकाल को बिहार के लोग भूले नहीं हैं, जब अपराध चरम पर था और कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं थी। वहीं, राजद का दावा है कि तेजस्वी यादव नई सोच के साथ बिहार को आगे ले जाने का काम करेंगे।
अब देखना दिलचस्प होगा कि बिहार की जनता इस चुनाव में किसे मौका देती है – लालू के लाल तेजस्वी या फिर बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन।