बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ने लगी है। चुनाव आयोग की मैराथन मीटिंग के बाद जल्द ही चुनाव की तिथि की घोषणा होने की संभावना है। इस बीच एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर हलचल तेज हो गई है। भाजपा ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को बिहार चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है। इसके बाद धर्मेंद्र प्रधान सक्रिय मोड में हैं और लगातार एनडीए के घटक दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं।
रविवार को धर्मेंद्र प्रधान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। इसके बाद केंद्रीय मंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह से भी बंद कमरे में घंटों चर्चा हुई। बताया गया कि तीनों नेताओं के साथ बैठक में एनडीए में सब कुछ ठीक रहने का संदेश देने की कोशिश की गई। इसके बाद दिल्ली में घटक दलों की बैठक भी आयोजित की गई।
एनडीए में घटक दलों की मांगों को लेकर चर्चा काफी लंबी रही। जीतन राम मांझी 20 सीटें मांग रहे हैं, जबकि उपेंद्र कुशवाहा 15 सीटों की मांग कर रहे हैं। चिराग पासवान की पार्टी ने 40 से अधिक सीटों की डिमांड रखी है। वहीं, जदयू ने 115 सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। भाजपा की कोशिश है कि सभी दलों की मांगों को उनकी क्षमता और राजनीतिक प्रभाव के अनुसार पूरा किया जाए, ताकि गठबंधन के भीतर किसी तरह का विवाद न उत्पन्न हो।
2020 विधानसभा चुनाव के आंकड़े देखें तो एनडीए के भीतर सीट बंटवारे में बदलाव की जरूरत स्पष्ट है। भाजपा ने 110 सीटों पर चुनाव लड़ा था और इनमें से 74 सीटों पर जीत हासिल की थी। जदयू ने 115 सीटों पर चुनाव लड़ा और 43 सीटों पर विजय प्राप्त की। वीआईपी और अन्य घटक दलों ने भी अपनी-अपनी हिस्सेदारी रखी थी। इस बार हालात बदल चुके हैं और भाजपा सभी घटक दलों के साथ संतुलित सीट बंटवारा करना चाह रही है।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बताया कि सीट बंटवारे पर चर्चा काफी आगे बढ़ चुकी है। उन्होंने कहा कि एनडीए के कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा जा रहा है और सभी चाहते हैं कि चुनाव जल्द से जल्द आयोजित हो। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आचार संहिता का इंतजार नहीं किया जा रहा है और प्रेस को जल्द ही इस बारे में सूचना दी जाएगी।
एनडीए नेताओं ने कहा कि गठबंधन में सब कुछ ठीक है। ललन सिंह और जीतन राम मांझी ने मुलाकात के बाद मीडिया से कहा कि राजनीतिक समीकरण पर अभी कोई विवाद नहीं है। हालांकि चर्चाओं का मुख्य केंद्र अब सीट बंटवारे पर ही है। जदयू ने पहले ही कहा था कि भाजपा सभी घटक दलों से बातचीत करें और उसके बाद जदयू इस प्रक्रिया में शामिल होगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी पहले बयान दिया था कि नवरात्र के बाद सीट बंटवारा कर दिया जाएगा। वर्तमान में एनडीए उसी दिशा में काम कर रहा है। सभी राजनीतिक जानकार मान रहे हैं कि बहुत जल्द एनडीए की सीट शेयरिंग की घोषणा कर दी जाएगी, जिससे चुनाव की तैयारी और प्रचार अभियान पूरी तरह शुरू हो सके।
इस समय एनडीए में सबकी नजरें दिल्ली पर टिकी हुई हैं, जहां अंतिम निर्णय लिया जाएगा। सीट बंटवारे की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही सभी उम्मीदवारों के नाम फाइनल होंगे और उसके बाद भाजपा और जदयू समेत सभी घटक दल प्रचार में सक्रिय हो जाएंगे।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर एनडीए की यह सक्रियता राजनीतिक माहौल को और गर्मा रही है। आगामी घोषणा के बाद चुनावी रणनीति और गठबंधन के समीकरण स्पष्ट हो जाएंगे।
