देश में गाड़ी चलाने के लिए एक उम्र तय की गई है, लेकिन कानून और नियमों को ताक पर रखकर नाबालिग अपनी मनमानी करते हैं. ऐसा ही एक मामला मोतिहारी से सामने आया है, जहां ई-रिक्शा चलाने वाले नाबालिग की लापरवाही से एक ही परिवार के पांच लोगों की जान सहित अपनी जान भी जोखिम में डाल दी.
एक तरफ परिवहन विभाग लगातार सड़क जागरुकता अभियान चला क गाड़ी चलाने वालों को जागरूक कर रही तो वहीं दूसरी तरफ बिहार के मोतिहारी में नाबालिग बच्चे बेपरवाह होकर ऑटो रिक्शा और बैट्री से चलने वाली ई रिक्शा को खूब चला रहे हैं. इसके कारण आए दिन कोई न कोई घटना घटित हो रही है. मोतिहारी के रक्सौल में एक परिवार नेपाल के पोखरा से रक्सौल आया और वहां से एक ई रिक्शा बुक किया गया. इसे एक नाबालिग ई-रिक्शा को चला रहा था. वो एक ही परिवार के पांच लोगों को बैठा कर उनके घर पहुंचाने जा रहा था, लेकिन ई रिक्शा चलाते समय उसने मोबाइल से बात करते करते रील्स देखना शुरू कर दिया.
इसके कारण वो ई-रिक्शा पर अपना कंट्रोल खो दिया और सवारी सहित ई- रिक्शा पानी भरे नहर में गिर गयी. उसमें बैठे लोग पानी ज्यादा होने के कारण डूबने लगे. वहां पर मौजूद कुछ लोगों की नजर डूबते हुए लोगों पर पड़ी तो मौके पर मौजूद लोग नहर में छलांग लगाकर सभी को बचाने में जुट गए.
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने लगा. वायरल वीडियो से इसकी जानकारी पुलिस को हुई. फिर मौके पर पुलिस पहुंची और घायलों को अस्पताल भेज दिया. इसके बाद जेसीबी बुलाकर नहर में गिरे ई रिक्शा को निकालने में जुट गई. तस्वीरों में साफ तौर पर दिखाई दे रहा कि कैसे जेसीबी की मदद से ई-रिक्शा को निकाला जा रहा है. इस घटना में ऊंचाई से गिरने के कारण दो लड़की बुरी तरह घायल हो गई हैं. इनका इलाज एसआरपी हॉस्पिटल में चल रहा है. घटना नोनिया डीह साइफन के पास की है.
ई-रिक्शा पर सवार लोगों ने बताया कि ई -रिक्शा चालक काफी तेज स्पीड में ई-रिक्शा चला रहा था. ई-रिक्शा चलाने के दौरान चालक मोबाइल पर रील देख रहा था, जिस कारण यह घटना घटित हुई. पांच लोग उसमें सवार थे, जिसमें रोशनी कुमारी को ज्यादा चोट आई है. बाकी लोगों को हल्की चोटें आई हैं. घटना की सूचना पर पुलिस घटनास्थल पहुंच कर ई-रिक्शा चालक को अपने साथ थाने ले गई. वहीं ई-रिक्शा को जेसीबी की मदद से बाहर निकाला गया. सभी यात्री एक ही परिवार के थे और नेपाल के पोखरा से लौट रहे थे.
रक्सौल पहुंच कर अपने गांव गम्हरिया कला ई-रिक्शा से जा रहे थे, तब तक ई-रिक्शा चालक की लापरवाही से ई-रिक्शा नहर में जा गिरा. अब सवाल ये उठता है कि अगर नाबालिग बच्चों को ई रिक्शा चलाने का लाइसेंस जारी नहीं है तो वो कैसे आम जनता के साथ-साथ अपनी भी जान जोखिम में डालकर ऐसी हरकत कर रहे हैं. साथ ही परिवहन विभाग और जिला पुलिस प्रशासन क्यों इन्हें रोकने पर काम नहीं कर रहा है.
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